जांजगीर चांपा। प्रदेश में 15 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही। कांग्रेस विपक्ष मे रह कर सरकार के हर उस कार्यो का विरोध की जिससे जनता को पेरशानी होती रही । विपक्ष प्रदेश से लेकर जिला स्तर पर रोड की लड़ाई लड़ी। लेकिन इस लड़ाई मे जो कार्यकर्ता हर उस विरोध मे शामिल हुई,पार्टी का झण्डा उठाकर पार्टी के कार्यकमों में अपनी भागीदारी दी आज उसी कार्यकर्ता को पार्टी भूल गई हैं। फिर तो आमजनता की बात कौन करें। अब समय है जनता का नेताओ से सवाल पूछने का। जांजगीर चांपा लोकसभा मे कांग्रेस पार्टी ने रवि भारद्वाज को अपनी प्रत्याशी बनाया है जो गांव -गांव जाकर मतदाता से वोट मांग रहे हैं। वही मतदाता अब कांग्रेस प्रत्याशी से पूछ रही हैं कि 15 साल से कहां थे। जिले की राजनीति मे 15 साल तक नदारत रहे कांग्रेस प्रत्याशी न कोई जिले के पार्टी गतिविधियों मे शामिल हुऐ और न ही किसी धरना प्रदर्शन में दिखे आज पार्टी से टिकिट पाने के बाद आमजनता से पहली बार मिल रहे है। जिसका विरोध पूरे जिले मे देखा जा रहा हैं। मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी से सिर्फ एक ही सवाल कर रही 15 साल तक नही दिखे आज आप वोट मागने आ रहे हो। देखा जा रहा है कांग्रेस के उम्मीदवार रवि भारद्वाज को मतदाताओं से विरोध का सामना करना पड़ रहा है। देखा जाय तो रवि भारद्वाज की कोई खास पहचान या उपलब्धि जिले में नही रही जिससे वे जनता के सीधे जुड सके । वे अपने पिता के नाम से जनता के पास जाकर वोट मांग रहे। जिससे उन्ह विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस मे गुटबाजी हावी
विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव जांजगीर चंापा जिले मे कांग्रेस पार्टी मे हमेशा गुटबाजी की राजनीति होती हैं । जिसका परिणाम विधानसभा में दिखने को मिला अकलतरा व जांजगीर चांपा विधानसभा में पराजय का सामना करना पड़ा। लोकसभा से रवि भारद्वाज को पार्टी ने टिकिट तो दे दी है पर कार्यकर्ता के साथ – साथ पार्टी के पदाधिकारी सम्मान खोज रहे हैं . प्रत्याशी अगर किसी पार्टी के पदाधिकारी की पुछ परख नही कर रहा तो पदाधिकारीयो का कहना है कि हमे नही पुछ रहा है तो क्यो जाय । इस प्रकार देखा जा रहा है अभी से कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा के परिणाम के बाद भी सबक नही सीख पाई है। पार्टी मे गुटबाजी चरम पर हैं सभी पार्टी के पदाधिकारी अपना सम्मान खोज रहे हैं ।