यूपी में करीब डेढ़ दशक बाद भारी बहुमत के साथ वनवास से लौटी भाजपा ने गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को सीएम की कुरसी सौंपी है. वह दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ रविवार को शपथ लेंगे.उत्तर प्रदेश में करीब डेढ़ दशक के वनवास के बाद प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आयी भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है. गोरक्षपीठाधीश्वर आदित्यनाथ गोरखपुर से पिछले पांच टर्म से सांसद रहे हैं और उनकी छवि कट्टर हिंदूवादी नेता की रही है. शनिवार को लखनऊ में विधायक दल की बैठक में उन्हें अप्रत्याशित रूप से नेता चुने जाने के फैसले ने सभी को चौंका दिया. बैठक में भाजपा के यूपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाने की भी घोषणा की गयी. यूपी में योगी की सरकार रविवार को दोपहर सवा दो बजे शपथ लेगी. लखनऊ के स्मृति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे.
इसके पहले 11 मार्च को यूपी विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व मनोज सिन्हा तथा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का नाम चर्चा में था. शनिवार की दोपहर जब विशेष विमान से योगी आदित्यनाथ को दिल्ली बुलाया गया, तभी यह साफ हो गया था कि यूपी की कमान उन्हें ही मिलने वाली है.
विधायक दल की बैठक में बतौर केंद्रीय पर्यवेक्षक पहुंचे वेंकैया नायडू ने बताया कि योगी के नाम का प्रस्ताव विधायक सुरेश खन्ना ने किया और इसका अनुमोदन स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 11 विधायकों ने किया. सभी ने उनके नाम का समर्थन किया. केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में भूपेंद्र यादव भी बैठक में मौजूद थे. बैठक में नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह सबको साथ लेकर यूपी का विकास करेंगे. उन्होंने कहा कि यूपी मुश्किल भरा प्रदेश है और इसलिए उन्हें दो वरिष्ठ नेताओं का सहयोग चाहिए. उनकी सलाह पर केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाने का एलान किया गया. यह दिलचस्प है कि इन तीनों को ही ना तो राज्य में और ना ही केंद्र में मंत्री पद का अनुभव है. ये तीनों राज्य विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य भी नहीं हैं. ऐसा पहली बार हुआ है, जब उत्तर प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री बनाये गये हैं.
कट्टर हिन्दुत्ववादी नेता की छवि रखने वाले आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में भाजपा के चौथे और कुल 21वें मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता तथा राजनाथ सिंह प्रदेश की भाजपा सरकारों में मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इनमें से कल्याण सिंह दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं. हालांकि भाजपा का कोई मुख्यमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. इसमें कल्याण सिंह ने अपने दूसरे कार्यकाल में सबसे ज्यादा करीब दो साल दो महीने सरकार चलायी। इसके अलावा राम प्रकाश गुप्ता 351 दिन और राजनाथ सिंह एक साल और करीब चार महीने तक मुख्यमंत्री रहे.
इसके पूर्व, लखनऊ स्थित भाजपा राज्य मुख्यालय में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी की. इनमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ कल्याण सिंह के भी समर्थक शामिल थे.
पिता ने कहा : आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह ने अपने पुत्र के मुख्यमंत्री बनाये जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बडी समस्या गुंडागर्दी है. उसे खत्म करना होगा. उम्मीद है कि आदित्यनाथ ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर निर्णय लेंगे.
एक्शन में योगी डीजीपी को िनर्देश : योगी आदित्यनाथ ने देर रात यूपी के डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को तलब किया और कहा कि जश्न के नाम पर किसी तरह का उपद्रव बरदाश्त नहीं किया जायेगा. सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने और किसी भी हालत में उपद्रव नहीं होने देने का निर्देश दिया गया है. िनर्देश
प्रदेश में पहली बार योगी की सरकार में होंगे दो डिप्टी सीएम
लखनऊ. बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा राज्य है. इसे संभालने के लिए उन्हें दो सहयोगियों की जरूरत होगी. योगी के प्रस्ताव का समर्थन भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडु ने किया. इसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और वरिष्ठ भाजपा नेता दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाये जाने की घोषणा की गयी. यूपी में पहली बार किसी सरकार में उप मुख्यमंत्री का प्रावधान किया गया है. उधर, कांग्रेस छोड़ भाजपा का विधायक बनीं रीता बहुगुणा जोशी, स्वामी प्रसाद मौर्य तथा गरिमा सिंह का मंत्री बनना तय माना जा रहा है.
ऐसे बनी बात
सुबह 11.30 बजे : अमित शाह से दिल्ली में मिले केशव मौर्य
11.50 बजे : केंद्रीय पर्यवेक्षक वेंकैया नायडू व भूपेंद्र यादव लखनऊ पहुंचे
1.50 बजे : दिल्ली में शाह से मिले योगी
शाम 4.30 बजे : भाजपा विधायक दल की बैठक में आये
6.35 बजे : सीएम के लिए योगी का एलान