बलरामपुर फर्जी कम्पनी संचलित कर कलेक्टोरेट में नौकरी लगवाने के पर क्षेत्र के बेरोजगारों से ठगी करने का मामला सामने आया है..
दरसल बलरामपुर के अधौरा में धर्मेंद्र शर्मा नामक युवक ने फरवरी 2018 में डीआरवी फर्जी संस्था संचालित कर क्षेत्र के आठ से दस बेरोजगारो से कलेक्टोरेट में नियमित कर्मचारी पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 5000-5000 रुपये ऐंठ लिए..
इस प्रकरण की प्रार्थिया दीपा गोलदार व उसकी सहेली पूनम कुशवाहा का कहना है कि.. ने डीआरवी प्राईव्हेट लिमिटेड कंपनी का विज्ञापन देखकर धर्मेंद्र शर्मा से सम्पर्क किया और फार्म भी भरे..इसके बाद धर्मेंद्र शर्मा ने प्रशिक्षण के नाम पर पांच -पांच हजार रुपयों की मांग की..जिस पर उसे पैसे भी दिए गए..तथा बकायदा धर्मेंद्र शर्मा ने उक्त बेरोजगारों को अपने कम्प्यूटर संस्थान में 150 दिन प्रशिक्षण दिया..
वही धर्मेंद्र शर्मा ने प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थियों से 29 -29 हजार रुपयों की मांग की गई..जिस पर अभ्यर्थियों को ठगे जाने का अंदाजा हुआ..और दोनों बेरोजगारों ने इस सम्बंध में कलेक्टोरेट पहुँच तफ्तीश की..जहाँ उन्हें इस प्रकार के किसी योजना के संचालित नही होने की जानकारी मिली..तब दोनो अभ्यर्थियों ने कलेक्टर से मामले में लिखित शिकायत की थी..जिसके बाद कलेक्टर ने मामले की जांच कराई और जांच के बाद बलरामपुर थाने में धर्मेंद्र शर्मा के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है…
इसके अलावा एफआईआर होने के बाद इस प्रकरण में ठगे गये शिक्षित बेरोजगारों की संख्या बढ़ सकती है..