नई दिल्ली दुष्कर्म मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सोमवार को रोहतक के पास सुनारिया जेल में विशेष अदालत सजा सुनाई जाएगी. सजा का ऐलान दोपहर 2.30 बजे होगा. सुनारिया की जेल में सीबीआई की विशेष अदालत के जज जगदीप सिंह विमान से पहुंचेंगे और वहीं कोर्ट लगाएंगे. इसी जेल में डेरा प्रमुख को रखा गया है. किसी प्रकार की बवाल की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. शुक्रवार को दोषी ठहराए जाने के बाद फैली हिंसा में 38 लोगों की मौत हो गई थी जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया. जेल के अंदर किसी पत्रकार के जाने की अनुमति नहीं है. दोनों पक्षों के वकील बाहर आकर फैसले की ब्रीफिंग करेंगे.
डेरा प्रमुख को न्यूनतम सात साल से आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है. अर्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस सहित सुरक्षाबलों ने जिला जेल परिसर को चारों ओर से घेर लिया है. सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है. जेल परिसर के 10 किलोमीटर तक के दायरे में किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं है.
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीसीपी) बी.एस.संधू ने कहा, “हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. सेना को भी मुस्तैद किया गया है.” हरियाणा और पंजाब में सोमवार को सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. हरियाणा के सिरसा में कर्फ्यू लगा है, जो आज भी रहेगा.
संधू ने कहा कि जिस जेल में गुरमीत राम रहीम को रखा गया है उसे बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है. यह जेल रोहतक के बाहरी इलाके सुनारिया गांव में है. रोहतक में व्यापक सुरक्षा इंतजाम के चलते यह छावनी शहर जैसा जान पड़ रहा है.
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा सरकार को जेल में सभी जरुरी इंतजाम करने को कहा था जहां न्यायाधीश दो साध्वियों का यौन उत्पीड़न करने के 15 साल पुराने मामले में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाएंगे.
संधू ने कहा कि किसी भी आपातस्थिति से निबटने के लिए रोहतक में सेना को तैयार रहने को कहा गया है. रोहतक में सीआरपीसी की धारा 144 लगी हुई है जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने तथा आग्नेयास्त्र या कोई अन्य हथियार ले जाने पर रोक है.
संधू ने बताया कि हरियाणा में सिरसा छोड़कर सभी स्थानों से कर्फ्यू हटा लिया गया है. सिरसा जिला प्रशासन ने आज सुबह शहर में डेरा प्रमुख मुख्यालय और उसके आसपास पांच घंटे के लिए कर्फ्यू में ढ़ील दी थी.
रेल मंत्रालय ने दिल्ली में एक बयान में कहा कि इन दोनों राज्यों में हिंसा की वजह से बुरी तरह प्रभावित रहा ट्रेन परिचालन बहाल कर लिया गया है. दिल्ली रोहतक बठिंडा रेलखंड पर ट्रेन सेवा बहाल नहीं हो पायी. इस रेल खंड के लिए राज्य प्रशासन से सुरक्षा के मामले में अनापत्ति प्रमाण पत्र का इंतजार है.