अपने समय में बौद्ध धर्म बहुत सी जगहों पर फैला हुआ था। आज भी उसके निशान समय समय पर मिलते रहते हैं। इसी क्रम में हाल ही में पाकिस्तान में बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा मिली हैं। इस प्रतिमा की खासियत यह हैं कि यह प्रतिमा दुनिया की सबसे विशाल और पुरानी प्रतिमा हैं। यह पाकिस्तान के हरिपुर जिले के बौद्ध मठ के पास मिली हैं। इस संबंध में पाकिस्तान के पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉक्टर अब्दुल समद ने बताया कि “बुद्ध की यह निद्रामग्न प्रतिमा तीसरी सदी की हैं।
इस हिसाब से यह दुनिया की अब तक की सबसे पुरानी बुद्ध प्रतिमा कही जा सकती हैं। इस प्रतिमा की लंबाई 48 फिट की हैं। उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि यह प्रतिमा हरिपुर के भमाला स्तूप के समीप से प्राप्त हुई। इस प्रतिमा के साथ हम लोगों को करीब 500 अन्य वस्तुएं भी मिली हैं जो बौद्ध धर्म से सम्बंधित हैं।”
पाकिस्तान के पुरातत्वविदों ने दावा किया हैं कि “इस खुदाई से तक्षशिला घाटी से जुड़ी चीजे भी सामने आई हैं। भमाला में खुदाई के दौरान एक स्तूप भी मिला हैं जिसका आकार क्रूज के जैसा हैं। यह स्तूप बुद्ध के लिए आरक्षित था।” आपको बता दें कि अफगानिस्तान तथा पाक के कई इलाकों में बौद्ध प्रतिमा या बौद्ध धर्म से जुड़ी चीजें निकल चुकी हैं। बामियान की बुद्ध प्रतिमा के बारे में तो आप जानते ही होंगे। वह बुद्ध की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा थी।
इस प्रतिमा को आतंकी संघठन तालिबान द्वारा 2001 में तोड़ दिया गया था। तक्षशिला विश्वविद्यालय भी नालंदा की ही तरह बौद्ध धर्म का एक बड़ा अध्यन केंद्र था। भारत-पाक विभाजन के समय तक तक्षशिला वाला हिस्सा पाकिस्तान चला गया था। आज भी इस हिस्से में बौद्ध धर्म से जुड़ी चीजें खुदाई में निकलती रहती हैं।