@ संजय यादव ,जांजगीर 25 सितम्बर 2022
महंत रामसुंदर दास की हुई खूब किरकिरी.…
राज मिस्त्री कल्याण संघ जांजगीर द्वारा आयोजित विश्वकर्मा जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आगमन होना था जहां संघ के संरक्षक निर्मल दास वैष्णव सहित सभी लोग पूरी तैयारी कर लिए थे लेकिन एन वक्त पर मुख्यमंत्री का आगमन नहीं हो पाया ,कारण जो भी रहा हो लेकिन कार्यक्रम के संरक्षक एवं महंत रामसुंदर दास की खूब किरकिरी हुई लोग तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे । इस कार्यक्रम का मकसद राजनीति स्वार्थ से भी जोड़ कर देखा जाने लगा. कई लोग तो यहां तक कहने लगे कि महंत रामसुंदर दास जांजगीर चांपा विधानसभा की तैयारी की पहली शुरुआत इसी कार्यक्रम से करने जा रहे थे। क्योंकि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने के लिए राजमिस्त्री संघ को महंत रामसुंदर दास ही सीएम हाउस लेकर गए थे । बावजूद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का नहीं आना महंत रामसुंदर दास के लिए किरकिरी साबित हुआ। अब आगे भी ऐसे कार्यक्रमों में नेतागिरी करने से पहले राज मिस्त्री संघ के संरक्षक निर्मल दास वैष्णव जरूर एक बार सोचेंगे।
सक्ति पलायन कर रहे जुआड़ी.…
जांजगीर-चांपा जिले की दबंग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के डर से अब जिले की सटोरिया, जुआरी एवं काले कारनामे करने वाले लोग सक्ति जिला का पलायन कर रहे हैं। देखा जा रहा है कि इन दिनों जांजगीर चांपा के पुलिस अधीक्षक ज्यादा ही शक्ति से अपराध करने वाले पर कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। अपराधी अपना नया ठिकाना बनाने के लिए जांजगीर चांपा से अलग हुए नया जिला सक्ति को अपना डेरा बनाने जा रहे हैं। आपको बता दें कि सक्ति जिले में नए पुलिस अधीक्षक का पदस्थापना हो गया है नये होने के कारण अभी पुलिस अधीक्षक को जिले के भौगोलिक एवं अपराधिक घटना की जानकारी ज्यादा नहीं हो पाया है जिसका फायदा वहां के आपराधिक तत्व के लोग उठा रहे हैं।
महिलाओं से हुआ अभद्र व्यवहार..
19 सितंबर को जांजगीर-चांपा जिले के प्रवास में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पी एल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं मंत्री शिव डहरिया पहुंचे हुए थे । एक निजी होटल में कार्यकर्ताओं का बैठक लेकर चुनाव प्रबंधन एवं आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति के बारे में सुझाव लिया गया। कार्यक्रम में भारी संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे हुए थे। वही कार्यक्रम संपन्न होने के बाद कार्यकर्ताओं और महिलाओं में बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कुछ देर के लिए वहां का माहौल गरमा गया बाद में इसी बात को लेकर दो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की भी शुरू हो गई वही महिलाओं से अभद्र व्यवहार कर रहे कार्यकर्ताओं को रोकने पर उल्टे महिलाओं से बदतमीजी कर रहे कार्यकर्ता उलझ गए। बाद में किसी तरह मामले को शांत कराया गया।
कांग्रेस प्रत्याशीयो का नाम तय…
जांजगीर चाम्पा जिले पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एवं संगठन के नेता मोहन मरकाम ने उन विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया जहां से कांग्रेस हारी हुई है । विधानसभा चुनाव के पहले हुए बड़े नेताओं का दौरा बड़ा अहम माना जा रहा है क्योंकि आने वाले विधानसभा में कार्यकर्ताओं के फीडबैक के अनुसार ही नेताओं द्वारा प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। जांजगीर चांपा,जैजैपुर,पामगढ़ विधानसभा में कार्यकर्ताओं से बैठक कर नेताओं ने सर्वजनिक एवं गुप्त चर्चा कर चुपके से प्रत्याशी का भी नाम लगभग तय कर लिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एवं प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम गुपचुप तरीके से तीनों विधानसभा की फाइनल प्रत्याशी का नाम तय कर यहां से रवाना हो गए । हालांकि यह नाम बंद लिफाफे में हाईकमान के पास जाना है और इसी के हिसाब से आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का नाम फाइनल होगा। वही इन तीनों विधानसभा में नए चेहरे लाने की बात लगभग फाइनल है। तीनों विधानसभा की बात करें तो पामगढ़ से किसी महिला प्रत्याशी का नाम तय हो सकता है।
राजा के योगदान को भूले कांग्रेसी नेता…
सक्ति जिला बनाने पर अगर किसी शख्स का नाम आता है तो वह नाम है पूर्व मंत्री ,वरिष्ठ कांग्रेस नेता सक्ति राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह का जिन्होंने सक्ति को जिला बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है । जिले के अलावा सक्ति में उन्होंने और भी बहुत से महत्वपूर्ण सौगात जनता को दिए हैं । लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सक्ति जिला बनने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने ही वरिष्ठ कांग्रेसी नेता को भूल गये। कार्यक्रम में भी उन्हें बुलाना जरूरी नहीं समझा क्योंकि सक्ति जिला बनने पर राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह की भी बड़ी भूमिका है । बिजली ,पानी, रेलवे सुविधाओं के अलावा बहुत से ऐसे योगदान क्षेत्र में सुरेंद्र बहादुर ने दिया है जिसके लिए रोड की भी लड़ाई लड़ी है।
मेडिकल कॉलेज की आस में जनता…
जांजगीर-चांपा जिले में प्रदेश के मुख्या भूपेश बघेल ने मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। जिसके बाद अब तक कॉलेज खोलने के नाम पर किसी तरह चर्चा नहीं हो रही। न हीं किसी तरह प्रशासनिक हलचल दिख रहा है। शासन की ओर से किसी प्रकार से मेडिकल कॉलेज को लेकर सुगबुगाहट नही दिख रही है। लेकिन जनता को मुख्यमंत्री का घोषणा याद है आने वाले समय में मुख्यमंत्री का भेट मुलाकात कार्यक्रम में बात जरूर सामने आएगा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह याद दिलाया जाएगा कि आपने जिस मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी जो आज तक अधूरा ही रह गया है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा कुछ स्थानों को चिन्हित करने की बात कर रही है । लेकिन आगे किसी प्रकार की गतिविधि नजर नहीं आ रही है। जिले की जनता अब मेडिकल कॉलेज खोलने पर मुख्यमंत्री का आने का इंतजार कर रही है।