नई दिल्ली पांच दिनों में उत्तरप्रदेश में दो ट्रेन हादसों को बाद रेलवे बोर्ड को चेयरमैन एके मित्तल को आज इस्तीफा देना पड़ा. 19 अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए भयंकर रेल हादसे के बाद आज तड़के यूपी के ओरैया में भी रेल हादसा हुआ है. मंगलवार के रात में ही सूत्रों के हवाले से यह यह खबर आ रही थी कि रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल को इस्तीफा देना पड़ सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय इस मामले को लेकर सख्त है और संबंधित पक्ष के बचाव की दलील को सुनने की जगह कार्रवाई के पक्ष में है.
आज तड़के उत्तर-प्रदेश में इंजन सहित कैफियत एक्सप्रेस के 10 डब्बे पटरी से उतर गये थे, जिसमें 74 से ज्यादा यात्री घायल हो गये थे. वहीं शनिवार को मुजफ्फरनगर के निकट पुरी से हरिद्वार जाने वाली कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी, जिसमें 23 यात्रियों की मौत हो गयी थी और 97 यात्री घायल हो गये थे. कलिंगा एक्सप्रेस मामले में रेलवे ने पूर्व में कार्रवाईयां की थी.
एके मित्तल 1976 बैच के इंडियन रेलवे स्टाेर सर्विस के अधिकारी हैं. उन्हें पिछले साल 29 जुलाई को सरकार ने दो साल दो दिन का कार्यकाल विस्तार दिया था. उनके कार्यकाल विस्तार पर केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की समिति ने मुहर लगायी थी. इस तरह वे पद पर 31 जुलाई 2018 तक बने रह सकते थे, लेकिन रेल दुर्घटनाओं के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.