जांजगीर चांपा। जिले में डां चरण दास मंहत समर्थक लंबे समय से आस लगाये बैठे थे कि निगम,मंडलो में उनको कोई जगह मिल जाय। लेकिन अंततः निराशा ही हाथ लगी। जिले में मात्र एक जिला कांग्रेस कमेंटी के पूर्व जिलाध्यक्ष शशीकांता राठौर को राज्य महिला आयोग का सदस्य बनाया गया हैं। सक्ती से मनहण राठौर,दिनेश शर्मा जैसे कई नेताओ का नाम चर्चा में था. लेकिन डां महंत अपने समर्थकों को खास जगह नही दिला पाये। निगम मंडलो की फाइनल लिस्ट जारी होने के पहले जिले के कई मंहत समर्थकों को डां चरण दास मंहत पर भरोसा था, लेकिन उनका नाम एन वक्त पर कट गया। जिले मेें महंत समर्थक निगम मंडलों में कोई बड़ा पद नही मिल पाने के कारण दुखी है. महंत गुट के कार्यकर्ताओं को निगम मंडलो में जगह नही मिलने का खास कारण डां चरण दास महंत और मुख्यमंत्री के बीच तकरार बताया जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति में भुपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश स्तर पर संगठन में डां चरण दास मंहत के दखल को नजरअंदाज कर दिया जा रहा है। इससे यही आशंका जाहिर की जा रही है कि मुख्यमंत्री अपने विरोधी मत वाले लोगो को किनारे का रास्ता दिखा दे रहे है। राजनीतिक पंडितो का कहना है कि प्रदेश में डां महंत का राजनीति दबदबा अब पहले जैसे नही रहा जिसका असर अब जिले के राजनीति मे भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश संगठन एवं बड़े नेताओं के साथ तकरार मुख्य वजह बताया जा रहा हैं। एक समय था जब उनके क्षेत्र में उनकी मर्जी के बगैर पार्षद के लिए भी टिकट नही मिलती थी. समय के साथ -साथ जिले से लेकर प्रदेश की राजनीतिक समीकरण बनते और बिगडते रहें। जिसके कारण पहले जैसे अब प्रदेश की राजनीति निर्णयों उनकी रजामंदी कम होते चली गई। अब डां चरण दास महंत के समर्थको में अपने नेता के प्रति भी वफादारी कम होते दिख रही है। पहले भी जांजगीर चांपा जिले के कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष के पद पर उनके विरोधी गुट को जगह मिल गई है। वही जिले के प्रभारी मंत्री बदल कर कोरबा विधायक जय सिंह अग्रवाल को प्रभारी मंत्री बना कर जांजगीर चांपा भेजने के पीछे भी बहुत बड़ा राज छिपा हैं. हालंाकि प्रभारी मंत्री इसका आभास होने अपने कार्यकार्ताओं को नही देते. जय सिंह अग्रवाल को जांजगीर चांपा प्रभारी मंत्री बनाकर भेजने मेंे मुख्यमंत्री को ज्यादा ही इंटेªस्ट था न की डां मंहत को। हांलाकि कार्यकर्ता इसको कुछ और समझ रहे है। जांजगीर चांपा जिला अब बहुत बड़ा बदलाव की ओर अग्रसर हो रहा है। लोगो के जुबान पर समय -समय पर आ ही जाता है, कि जब तक जांजगीर चांपा जिले में डां चरण दास मंहत की चलेगी तब तक यहां कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी होते रहेगी. और इसके उदारण भी पूर्व में देखने को मिले भी है। वही डां चरण दास मंहत पर भी गुटबाजी को हवा देने का आरोप लगता रहता है। हांलाकि डां महंत इन सब से इंकार करते रहे है।