जांजगीर चांपा। अकलतरा क्षेत्र के ग्राम रसेड़ा के गौठान के पास दबंको द्वारा 7 एकड़ जमीन को कब्जा कर रख लिया । जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन से किया गया था। लेकिन प्रशासन बेजा कब्जा हटाने में नकाम रही। ग्रामीणों द्वारा किये गये शिकायत का निराकरण नही होने के बाद आज रसेड़ा के ग्रामीण लगभग दौ सौ की संख्या में कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे। तभी पुलिस ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की. इसी बीच ग्रामीणाो और पुलिस के बीच काफी देर तक झुमाझपटी भी हुए तभी कोतवाली टीआई आक्रोशित होकर ग्रामीणों को पकड़ -पकड़ घुसा जड़ दिया। ग्रामीणों में भारी संख्या में महिलाऐ भी शामिल थी. पुलिस और ग्रामीणों के बीच झुमा झुपटी में कई ग्रामीणों को चोटें भी आई है। घ्ंाटो तक कलेक्टर चैराहे पर ग्रामीणों का ड्रामा चलता रहा। ग्रामीण अकलतरा के पूर्व विधायक चुन्नी लाल साहु के नेतृत्व मे पहंुचे हुए थे। बाद भी ग्रामीणो द्वारा पुलिस को भी अपशब्द क उपयोग करने लगे । घंटो तक तनाव की स्थिति रही. ग्रामीणों की मांग थी कि गौठान की भूमि को दबंगों पास मुक्त करा जाय। बाद में अधिकारीयों के समझाइस देने के बाद ग्रामीण शांत हुए और वापस अपने गांव लौट गयें।
मौका देख भाग खड़े हुए पूर्व विधायक..
रसेड़ा गांव के ग्रामीण अकलतरा विधायक चुन्नी लाल साहु के नेतृत्व में लगभग दौ सौ की संख्या में कलेक्टर का घेराव करने जा रहे थे। ग्रामीणों का नेतृत्व स्वंय पूर्व विधायक कर रहे थे। तभी कलेक्टर कार्यालय के पास पुलिस ग्रामीणों को रोकने के बेरीकेटस लगा कर तैनात थी। जब सभी ग्रामीण बेरीकेटस के पास पहुचें तो ग्रामीण बेरीकेटस पार कर अंदर जाना चाहते थें . लेकिन पुलिस उनको वही रोकना चाहती थी। तब ग्रामीणो ंव पुलिस के बीच तनाव बड़ता गया है। कुछ देर बाद पुलिस ग्रामीणो ंपर बल प्रयोग करते हुए लात घुसो से पिटाई कर दी। मौका देखा पूर्व विधायक वहां से भाग निकले तभी सभी ग्रामीण चुन्नी लाल साहु को पुछने लगे लेकिन वहां नजर नही आये बाद में मामला शांत होने के बाद मौके पर पहुचें तो ग्रामीणों ने पूर्व विधायक को खुब खरी खोटी सुनाई।
आक्रोशित थे ग्रामीण…
ग्रामीण बेजा कब्जा धारी के पक्ष को सुनते हुए गौठान स्थल पर एक मंदिर का निर्माण हुआ था जिसको बिती रात किसी ने नुकसान पहुचां दी थी। तभी बेजा कब्जा धारी लोग अकलतरा थाना पहुंच उल्टा गांव के 3 पंचो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी पुलिस भी उनके कहने पर ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी । बाद में ग्रामीण इन सब मामलों को सुनकर और आक्रोशित हो गये । और आज भारी संख्या में पुलिस के खिलाफ नारे लगाते कलेक्टर का धेराव का दिया और पुलिस के खिलाफ नारे लगाते रहें।