दंतेवाड़ा..(कृष्णमोहन कुमार)..चुनाव एक ऐसा शब्द है. जिसे सुनने के बाद लोग एकाएक ऐसी कल्पना कर लेते है..की उन्हें रैलियां देखने को मिलेंगी और कई चुनावी सभाओं में वे अपने बीच राजनीति के हस्तियों को देख पाएंगे..लेकिन इसी चुनाव के बीच कभी कभार ऐसा भी क्षण आ जाता है..जब राजनीतिक प्रतिद्वंदी आमने सामने हो जाते है..और अपने कुशल व्यवहार का परिचय देकर लोगो को आश्चर्य में डाल जाते है..आज एक वाकया ऐसा ही नजर आया जब उपचुनाव के प्रचार में निकले दो महिला प्रत्याशी आमने -सामने थे..समर्थक तो लगातार मना कर रहे थे.. पर शायद इंसानियत और जिंदादिल इसी को कहते है..की भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस के दफ्तर में पहुँच कांग्रेस प्रत्याशी से आशीर्वाद लिया हो..
बता दे कि प्रदेश में इन दिनों दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे है .और प्रदेश के दो मुख्य दल कांग्रेस और भाजपा आमने सामने है..कांग्रेस ने दिवंगत नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा है..तो भाजपा ने ओजस्वी मण्डावी को अपना प्रत्याशी बनाया है..ओजस्वी मण्डावी राजनीति में नया नाम जरूर है..मगर इसी सीट से विधायक रहने के दौरान उनके पति भीमा मण्डावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. और नामांकन भरने के बाद वे आज पति के शहादत स्थल श्यामगिरी से चुनाव प्रचार का आगाज कर अपने चुनावी सफर में जुटी थी..इसी दौरान ओजस्वी कांग्रेस के चुनाव कार्यालय पहुँची थी..जहाँ पहले से पीसीसी चीफ मोहन मरकाम और कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा मौजूद थे..ओजस्वी ने दोनों नेताओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिए और अपने रास्ते निकल पड़ी..
लेकिन ओजस्वी की कांग्रेस दफ्तर में दस्तक ने राजनीतिक पैमानों को ना सिर्फ बदला.. बल्कि राजनीतिक प्रतिद्वंदी के पैर छूने के मसले ने मौके पर मौजूद लोगों के मन को छू लिया..