नोटबंदी के कारण हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ा था, अभी इस समस्या से लोग उभरे भी नहीं थे कि एक नए फरमान को सुनकर सभी लोग अंचम्भे में पड़ गए। अभी तक आपने इंसानों को टैक्स भरते हुए सुना था, अब भगवान को भी इसका पूरा मजा लेना होगा। अब धरती पर भगवान विराजे है तो उसका टैक्स तो भगवान को देना ही होगा। आपको बता दें कि हरियाणा के फतेहाबाद के सभी देवी-देवताओं को प्रॉपर्टी टैक्स भरने के नोटिस जारी कर दिए गए है। इस प्रॉपर्टी टैक्स को भरने के लिए जो नोटिस बिल भेजे गए हैं वे सभी नोटिस देवी-देवताओं के नाम के साथ उनके रहने के स्थान (मंदिरों) के नाम पर जारी किए गए हैं।
नगरपरिषद के द्वारा जारी किए गए इस कारनामे की चर्चा अब गली-मुहल्लों से लेकर पूरे शहर में फैल चुकी है और आश्चर्य की बात तो यह है कि यह बिल के द्वारा हजारों में नहीं बल्कि लाखों में इसकी वसूली करने के आदेश दिए गए है। शहर के संयास आश्रम मंदिर की स्थापना कई सालों पहले की गई थी, तब से लेकर अब तक कितनी सरकारें आई और चली गई, पर आज तक कोई टैक्स लागू नहीं किया गया था। लेकिन इस बार जारी किए गए इस नोटिस ने सभी की कुर्सी को हिलाकर रख दिया है। इस आश्रम को 2 लाख 78 हजार रूपये का संपत्ति कर का बिल भुगतान का नोटिस जारी किया गया है। वहीं दूसरी ओर दुर्गा माता के मंदिर के लिए एक लाख, पंद्रह हजार रुपये का संपत्ति कर भरने का नोटिस भेजा गया है। इतना ही नहीं बाबा रामदेव को उनके आश्रम के लिए करीब 14 हजार 466 रुपये का बिल भेजा गया है। अब भगवान तो भगवान नगर परिषद ने तो बकायदा श्मशान घाट की भूमि के लिए भी नोटिस जारी कर दिया है।
इस नोटिस के मिलते ही सभी मंदिरों के प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी काफी परेशान नजर आ रहें हैं, क्योंकि आज तक किसी ने भी किसी मंदिर से प्रॉपर्टी टैक्स की मांग नहीं की थी। लेकिन इस बार जारी किए गए लंबे-लंबे बिल सभी को हैरान कर देने वाले है। जारी किए गए इस टैक्स नोटिस को प्राप्त करते ही सभी मंदिरों के पदाधिकारियों ने नगर परिषद चेयरमैन दर्शन नागपाल से बात कर मंदिरों के टैक्स को माफ किए जाने की गुजारिश की है।