– जिला चिकित्सालय मे पर्याप्त व्यवस्था नही …
जांजगीर चांपा। डेंगू के डंक से जांजगीर-चांपा भी अछूता नहीं है। फरवरी- मार्च माह में डेंगू पॉजिटिव दो मरीज जिला अस्पताल आए थे, इसमें एक मरीज बटालियन से था। जिले के बम्हनीडीह की एक छात्रा भिलाई में कोचिंग कर रही थी। उसे डेंगू हो गया। सोमवार को उसे जिला अस्पताल लाया गया, उस छात्रा को बिलासपुर भेज दिया गया है। इसी प्रकार सक्ती क्षेत्र के एक गांव से भी एक व्यक्ति को डेंगू का लक्षण होने पर बिलासपुर रेफर किया गया। बम्हनीडीह ब्लॉक के सरवानी की छात्रा श्रीसुधा सूर्यवंशी भिलाई कोचिंग करने के लिए गई थी, उसकी तबियत वहां खराब होने पर वह गांव आ गई। उसे सोमवार को जिला अस्पताल लाया गया, डेंगू पॉजिटिव मिलने पर उसे तत्काल बिलासपुर रेफर कर दिया गया। इसी प्रकार सक्ती क्षेत्र के मोहगांव निवासी समारूराम यादव को भी भर्ती किया गया उसे भी डेंगू का लक्षण मिलने पर रेफर किया गया। बिलासपुर के अस्पताल में भी जिले का एक मरीज का इलाज किया जा रहा है। डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के माह जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि यह समय मच्छरों के लिए अनुकूल है।