जांजगीर चाम्पा। अकलतरा थाना क्षेत्र इन दिनों जुआ को लेकर खासे चर्चा में है। इस थाना क्षेत्र के आसपास इलाकों में बड़े जोरों से जुआ संचालित हो रहा है। इसकी सूचना थाना प्रभारी लखेश केवट को भी है। सूचना पर पुलिस कार्यवाही तो करती है लेकिन सिर्फ नाम का.. जुआ फ़ड़ में छापा मारने से पहले जुआरियों को इसकी भनक लग जाती है और मौके से फरार हो जाते हैं। इस तरह कई मामले सामने आए है जहां पुलिस फड़ में छापा मारती है लेकिन जुआरी पकड़ में नहीं आते। हालांकि पुलिस कार्यवाही की दावे तो जरूर करती है लेकिन नतीजा शून्य है। अलग-अलग जगहों पर तीन से चार बार छापामर कार्यवाही की गईं है लेकिन छापा मारने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार की कामयाबी पुलिस को नहीं लगी है। वही जुआरी पुलिस को छकाते हुए मौके से फरार हो जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि अकलतरा थाने से पदस्थ आरक्षको द्वारा जुआरियो को सूचना पहले से दे देती है जिसका फायदा जुआरी उठाते हैं। वही लगातार हो रहे थाना क्षेत्र में जुआ को लेकर पुलिस अधीक्षक भी सख्त है। अकलतरा थाना प्रभारी लखेस केवट को भी सख्त निर्देश देकर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने फटकार लगाई है । लेकिन नतीजा नही दिख रहा है। लेन-देन की चर्चा अकलतरा थाने में आम हो गई है। जुआरियों एवं पुलिस के संबधो के चर्चे हर एक मोहल्ले में हो रही है वही थाना प्रभारी की शिकायत पुलिस अधीक्षक तक भी पहुंच रही है बावजूद अकलतरा थाना प्रभारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। आपको बता दें कि विगत दिनों जुआ फड़ में छापा मारने के बाद न तो किसी प्रकार की रकम पकड़ में आई है नहीं कोई जुआरी पकड़ में आए हैं सिर्फ गिनती की बाइक पुलिस के पकड़ में आई है। इस तरह कार्यवाही को लेकर नगर में भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है .वही अकलतरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे। बताया जा रहा है कि अकलतरा थाने से लेकर थाना प्रभारी तक जुआ संचालन करने वाले का पहुंच होना बताया जा रहा है। जिसको लेकर अकलतरा पुलिस जुआरियों पर नरमी बरत रही है। वही जुआरियों की सेटिंग अकलतरा थाने के कई आरक्षक से भी होना बताया जा रहा है । जिसको लेकर कई बार पुलिस की कार्यवाही में भी सवाल उठे हैं । पुलिस एवं जुआरियों के बीच लुका- छिपी का खेल लगातार जारी है वहीं जुआरी भी पुलिस को अब चिढ़ाते हुए जगह बदल -बदल कर अपना खेल कर रही है।
पत्रकारों पर भी लग रहे आरोप..
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अकलतरा थाने में जुआरियों एवं थाना प्रभारी से लेकर आरक्षक के बीच सेटिंग कराने में पत्रकारों की भी भूमिका बताई जा रही है वही थाना प्रभारी से सेटिंग करा कर मन माफिक जगहों पर जुआ का फड़ संचालित हो रहा है। जुआरी इस सेटिंग की एवज में मोटी रकम भी देने का दावा कर रही है पत्रकारों से लेकर थाना प्रभारी एवं संबंधित थाने के आरक्षक तक पूरी रकम ईमानदारी के साथ समय पर पहुंचती है । कुछ एक जुआरियों का तो यहां तक कहना है कि इसके एवज में थाना प्रभारी से लेकर जुआ क्षेत्र के कुछ पत्रकारों तक भी हम रकम पहुंचाते हैं।