
जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय के ऑडिटोरियम में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन विवादों से भरा रहा। आयोजन 10 से 11 दिसम्बर तक दो दिवसीय आयोजित था। महोत्सव में जिलेभर से आए छात्र-छात्राएं, बालक बालिकाओं एवं प्रतिभागियों ने भाग लिया।
महोत्सव में 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने पारंपरिक कला, संस्कृति एवं सृजनात्मक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। लोक नृत्य, पंथी नृत्य, सुआ नृत्य, लोक गीत, कहानी लेखन, वाद-विवाद, नवाचार, राउत नाचा, करमा नृत्य, पारंपरिक वेशभूषा, एकांकी नाटक, रॉक बैण्ड, चित्रकला, कविता लेखन आदि विधाओं में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
महोत्सव में प्रतिभागीयो ने निर्णायक मंडल पर गंभीर आरोप लगाया हैं। उनका कहना था कि कार्यक्रम में एक प्रतिभागी एक ही बार प्रतियोगिता में भाग ले सकता था ,लेकिन यहां एक ही प्रतिभागी ने एक से अधिक प्रतियोगिता में भाग लिया। जो इस कार्यक्रम के नियम के विरुद्ध था. फिर भी कार्यक्रम में उपस्थित निर्णायक मंडलों ने गलत निर्णय लेकर एकतरफा फैसला दिया । जिससे कार्यक्रम में भाग लेने आए और प्रतिभागियों ने इसका विरोध भी किया लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई।
इस तरह यह महोत्सव पूरी तरह विवादित रहा. युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का ख़ामियाजा दूर दूर से आए मेहनती प्रतिभागियों को भुगतना पड़ा। कार्यक्रम में आए प्रतिभागियों और अधिकारियों के बीच हो रहे विवाद का भी वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा। कार्यक्रम गरिमा के अनुरूप न हो कर विवादित रहा। जिससे कार्यकम को आयोजित करने वाले युवा खेल कल्याण विभाग के अधिकारियों एवं निर्णायक मंडलों की खूब किरकिरी हुई। और कार्यक्रम में मात्र औपचारिकता निभाते अधिकारियों ने मजाक बना दिया । जिससे कार्यक्रम के लिए आए लाखो का बजट अधिकारियों के भेट चढ गया।



