
सूरजपुर..(पारसनाथ सिंह).. जिले से महज 8 किलोमीटर दूर एक ऐसा भी गांव है. जहाँ ग्रामीण स्थानीय प्रशासन से स्कूल के लिए बॉउंड्रीवाल की मांग करते-करते थक गए. लेकिन आश्वासन के आलावा कुछ नहीं मिला. जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने छोटे-छोटे बच्चों के भविष्य को देखते हुए. खुद से बॉउंड्रीवाल बनाने की ठानी और ग्राम के जिम्मेदार नागरिक बाबूलाल यादव की अगुवाई में बॉउंड्रीवाल निर्माण के काम मे लग गए. जनसहयोग से ग्रामीणों ने बॉउंड्रीवाल भी बना ली. और अब वे मिसाल है ऐसे ग्रामीण परिवेश के लोगो के लिए. जो अपनी सुविधाओं के लिए सरकारी दफ्तरों में भटकते रहते है और उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता है.
दरअसल जिले से लगे ग्राम पंचायत रामनगर के यादवपारा में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला परिसर में निर्माण के बाद से ही बॉउंड्रीवाल नहीं थी. बच्चे खेलते हुए सड़क पर पहुँच जाते थे. और स्कूल के पास में गांव की सड़क है. जिसमे हर वक्त लोगों का आना-जाना, बाइक सवारों का आवागमन लगा रहता था. और बच्चे घूमते-फिरते सड़क पर पहुँच जाया करते थे. जिससे कभी दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती थी. यादवपारा के ग्रामीण बॉउंड्रीवाल की मांग समय-समय पर करते रहते थे. लेकिन उन्हें बॉउंड्रीवाल तो नही मिली पर अधिकारियों से मिलने वाले आश्वासन ने उन्हें नाराज कर दिया था और बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में यादवपारा के ग्रामीणों ने मिलकर ये तरकीब निकाली और आज उनका सपना पूरा हो गया.




