जांजगीर चांपा। कांग्रेस पार्टी के संगठन सृजन अभियान कार्यक्रम में जांजगीर पहुंचे नेताओं ने मीडिया से चर्चा करने के बाद कार्यकर्ताओं से बातचीत किया. फिर जिलाध्यक्षों के दावेदारों ने विवेक बंसल पर्यवेक्षक को आवेदन दिया। लेकिन पर्यवेक्षक द्वारा दावेदारों से सिर्फ आवेदन लिया किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुआ.इससे यही लगता है कि अब यह सिर्फ औपचारिकता ही है.जब तक पर्यवेक्षक दावेदारों के बारे में डीटेल्स जानकारी नहीं लेंगे तब तक वह दावेदारों की क्षमता एवं अनुभव को कैसे जान पाएंगे । इस प्रकार की चर्चा कार्यक्रम में दिनभर होती रही।
मीडिया से चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नेता ओरिएंटेड पार्टी है, नेता द्वारा बनाया गया संगठन है। लेकिन अब समय बदल रहा है,नेता बनने के लिए किसी की सिफारिश की जरूरत नहीं है। पहले कार्यकर्ता नेता के साथ आते थे और नेता के साथ ही चले जाते थे। इन सब को दूर करने के लिए कांग्रेस संगठन सृजन अभियान चला रही है राहुल जी एवं खड़गे जी के निर्देश का पालन किया जाएगा। कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। इसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं होगा। नहीं किसी की सिफारिश नहीं सुनी जाएगी।
हालांकि इस कथन के बाद कार्यकर्ताओं ने जो प्रतिक्रिया दिया है वह बड़ा गजब का है कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं का कहना है कि जांजगीर चांपा जिले में डॉक्टर चरण दास महंत का ही चलना है। जिस कार्यकर्ता के नाम पर वे मोहर लगा देंगे जिला अध्यक्ष वही बनेगा । अब जिला अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जो बात अब कार्यकर्ताओं द्वारा कही जा रही वह बात सही है, या जो नेता प्रतिपक्ष कह रहे हैं वह सही है. हालांकि यह बात किसी से छिपी नहीं है, कि चाहे वह प्रत्याशी चयन को लेकर कार्यकर्ताओं से राय मशवरा की बात हो या किसी बड़े पद की नियुक्ति को लेकर हो. सारा मामला सिर्फ औपचारिकता तक ही सिमट कर रह जाता है . और पार्टी के लिए मेहनत करने वाले जमीनी कार्यकर्ता ठगे महसूस करते है। अब नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बयान के बाद कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान पर सवाल खड़े हो गए हैं।
