जांजगीर चांपा । प्रदेश के वित्त मंत्री एवं जांजगीर चांपा जिले के प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी को बदल कर किसी और मंत्री को जिले प्रभारी बनाए जाने की मांग उठ रही हैं। क्योंकि प्रभारी मंत्री होने के नाते जिस तरह जिले को समय देना चाहिए नहीं से पा रहे हैं. जिले के प्रतिनिधि या आम जनता किसी काम या समस्या को लेकर उनके पास जाते है तो वे समय नहीं दे पाते। यहां तक जिले के समीक्षा बैठक में भी उपस्पथित रहना पसंद नहीं करते. जिले को पूरी तरह अनदेखा करते है. अब जिले के जनप्रतिनिधि व जनता प्रभारी मंत्री को बदलने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे।
जिले में कई राजनीतिक,धार्मिक,सामाजिक आयोजनो में भी प्रभारी मंत्री होने के नाते आमंत्रित किया जाता है लेकिन वे कार्यक्रम में नहीं पहुंचते हैं. जबकि जिले से ही पार कर अपने विधानसभा क्षेत्र रायगढ़ जाते हैं। अभी तक जब से जिले के प्रभारी मंत्री बने हैं तब से लेकर आजतक गिनती के ही कार्यक्रम वे शिरकत किए हैं। कई शासकीय एवं निजी कार्यक्रमों के निमंत्रण कार्ड में उनका नाम छप जाने बाउजूद भी अपने प्रभार जिले को समय देना उचित नहीं समझते है।
अब उनके ही पार्टी के नेता, जनप्रतिनिधि बोलने लगे है कि वित्त मंत्री होने का फ़ायदा जिले को नहीं मिल पा रहा हैं। वे किसी भी जनप्रतिनिधियो को न ही समय देते, नहीं किसी के फोन रिसीव करते। आम जनता से लेकर पार्टी के नेताओं में अपने प्रभार मंत्री को लेकर आक्रोश हैं। अब प्रभारी मंत्री को बदलने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे।
वही जिले के विपक्ष के विधायकों का भी बात नहीं सुनते जानकारी यह भी हैं कि वित्त मंत्री विपक्ष के विधायकों का स्वेच्छानिधि राशि में भी रोक लगा दिए है। अब जब विधायकों की नहीं सुनते तो आम जनता का क्या हाल होगा इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता।
