
जांजगीर-चांपा। प्रदेश सरकार बार-बार सभी कलेक्टरो को निर्देश देते रहे कि किसी प्रकार से कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन नही करें। वही मास्क व समय-समय सोशल डिस्टेंस का पालन करते रहे है। लेकिन इन सभी बातो को जांजगीर-चांपा कलेक्टर यशवंत कुमार ने दरकिनार कर जिले में दो बड़े खेल के आयोजन करा डाले। जिसमे स्वंय कोरोना वैक्सीन के दो डोज लेने के बाद सावधानी बरतने के बजाय भीड़भाड़ सर्वजानिक जगहो मे जाते रहे। वही शहर मे कोरोना गाइडलाइन का उल्ल्खंन करते हुए किक्रेट मैच का विभाग स्तर में आयोजन कराया गया। यही नही बैडमिंटन खेल का भी आयोजन कर वाहवाही लुटी.. लेकिन जांजगीर-चांपा कलेक्टर यशवंत कुमार को यह सब महंगा पड़ गया । कोराना वैक्सीन के दो डोज लगवाने के बाद संक्रमित हो गये।
हांलाकि कोरोना गाइडलाइन मे साफ तौर पर बताया गया है कि वैक्सीन लगाने के 15 रोज बात ही शरीर मे एंटीबाॅडी डेवलप होता है। वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोगो को सावधानी बरतनी चाहिए, भीड़भाड़ जगहो में मास्क लगाकर जाना चाहिए, सोशल डिसटेंस का पालन करना चाहिए। समय -समय पर सेनेटाइजर का भी उपयोग करना चाहिए। गुरूवार को सुबह जांजगीर चांपा कलेक्टर की तबीयत खराब होने के बाद कोरोना टेस्ट कराया जिसमें रिपोर्ट कोरोना संक्रमित होना बताया गया। बाद मे कलेक्टर ने सोशल मिडिया में इसकी जानकारी दी। और लोगो से अपील कर कहा कि जो भी व्यक्ति उनके संपर्क में आये है वो आपना कोरोना टेस्ट करा ले। जैसे यह खबर प्रशासनिक अधिकारीयोे तक पहुंची तो विभागों में हडकंप मच गया।
लोगा के मन मे एक ही सवाल आ रहा था कि आखिर कोरोना के दो डोज लगने के बाद भी लोग कैसे संक्रमित हो जा रहे हैं। खबर राजधानी तक पहुंच गई। इसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हरकत मे आ गया हैं। तत्काल प्रदेश के टीकाकरण अधिकारी ने प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी की कोरोना के दो डोज लगवाने के बाद भी शरीर में कोरोना वायरस आ सकता है कारण यह है कि 15 दिन बाद शरीर मे एंटीबाॅडी डेवलप होती है। हालांकि इससे घबराने की जरूरत नही है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क, सेनेटाइजर,सोशल डिसटेंस का पालन जरूर करें। किसी प्रकार के शरीर में तकलीफ होने के बाद भी लक्षण को छुपाये नही पास के चिकित्सालय मे जाकर टेस्ट अवश्य कराये। तभी करोनो का रोकथाम हो सकता हैं। सवधानी जरूर बरते। मास्क लगाये।




