FatafatNews.Com is the first online news portal of Chhattisgarh. Here you will get the latest news related to country, abroad, sports, entertainment, politics, crime, lifestyle, business, job, spirituality. News is updated 24 hours every day on our website. Stay with us for latest news. Thank you!
जो जमीन नक्सा, खसरा और गांव में ही नहीं उस जमीन कि रजिस्ट्री कर ११ लाख का चुना लगा दिया गया ,,, ये सब हुआ है कोरबा जिले में जंहा एक अधिवक्ता को जमीन दलालो ने न सिर्फ ४ एकड़ कि वो जमीन बेंच दी जो थी ही नहीं और सरकारी अमले ने न सिर्फ जमीन की रजिस्ट्री कर दीपीडित
बल्कि फर्जी दस्तावेज भी तैयार कर दिए,,,, अब जब अधिवक्ता ने मामले कि शिकायत की है तो दो विक्रेता समेत ५ लोगो के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है साथ ही पुलिस जांच में सरकारी अमले की गड़बड़ी पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कारवाई कि बात कह रही है !
कोरबा कि रजगामार पुलिस भू अभिलेख शाखा में उस जमीन के दस्तावेज ढूढने में लगी है जो रिकॉर्ड में है ही नहीं और जमीन दलालो ने कोरबा के सरकारी राजस्व अमले कि मदद से न सिर्फ जमीन को रजिस्ट्री करा दी बल्कि ११ लाख भी वसूल लिए,,,,, दरअसल कोरबा के एक अधिवक्ता बी पी मोदी ने वर्ष २०११ में बुंदेली गाव में करीब ४ एकड़ जमीन करीब ११ लाख रुपये में बुंदेली के ही रहने वाले हीरा और नोहर लोहार नामक ग्रामीण से खरीदी थी जिसमे तीन दलाल भी सक्रीय थे ! कथित जमीन कि रजिस्ट्री तो हो ही गई साथ ही मोदी को फर्जी ऋण पुस्तिका भी दे दी गई मामले का खुलासा तब हुआ जब अधिवक्ता को ऋण लेने के लिए बी वन खसरा बनवाने पटवारी के पास गया तब पटवारी ने उसे बताया कि जिस नंबर कि जमीन वो बता रहा है उस नंबर कि जमीन तो गाव में है ही नहीं इसके बाद पीड़ित अधिवक्ता ने मामले कि शिकायत पुलिस से कि है !
इधर ११ लाख रुपये कि जमीन में फर्जीवाड़े के मामले के बाद पुलिस भी मामले को गम्भीरता से ले रही है और रिकॉर्ड खंगाल रही है पुलिस ने इस मामले में जमीन विक्रेता और तीन दाल समेत ५ के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है साथ ही पुलिस मामले में सरकारी महकमे कि मिलीभगत कि बात से भी इंकार नहीं कर रही है और जांच में सरकारी महकमे कि संलिप्ता पाये जाने के बाद कारवाई करने कि बात कह रही है !
कोरबा में जमीन के फर्जीवाड़े का ये कोई पहला मामला नहीं मगर इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि मामले में सरकारी अधिकारी शामिल न हो मगर इन पर कारवाई के अभाव में इनके हौसले बुलन्द होते जा रहे है और लोगो को चुना लग रहा है !
बी पी मोदी (पीड़ित अधिवक्ता)
जमीन ली थी तो सब कुछ उपलब्ध करा दिया गया था, दस्तावेज भी दिए गए थे, अब पटवारी जमीन नहीं होने कि बात कह रहा है, मुझे ठगा गया है !
लाल उमेद सिंह (एएसपी)
मामले में ५ लोगो के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है, औरो कि संलिप्तता पाये जाने पर कारवाई कि जायेगी !