बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत अभियान के तहत गाँवो और शहरों के प्रत्येक घरो में शौचालयो के निर्माण कराकर गाँवो और शहरों को खुले में शौच मुक्त करने की जबरदस्त होड़ जिलाप्रशासन के अधिकारियों के बीच मची हुई थी..इस शौचालय निर्माण ने एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया था..गाँवो के सरपंच सचिवों ने तो खुले में शौच मुक्त गांव का तमका पाने आधे अधूरे शौचालय बनवा जिम्मेदारी पूरी कर ली..
लेकिन ” यह जो तस्वीर निकलकर आ रही है,यह जिले के दूरस्थ कुसमी जनपद पंचायत की है..जहाँ मॉडल के तौर पर बनाये गए शौचालय को ही अधूरा छोड़ दिया गया है..तो गाँवो के शौचालयो का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है..” और अब इस अधूरे मॉडल शौचालय पर जिम्मेदार अधिकारी किसी प्रकार की टीका -टिप्पणी से बच रहे है..
दरसल सरकार ने जिला पंचायत से लेकर जनपद पंचायतों में निर्धारित दर पर मॉडल शौचालय बनाकर सरपंच ,सचिवों समेत जनप्रतिनिधियों के ध्यान आकर्षित करना चाहती थी..सो उसी मॉडल शौचालय पर करप्शन का ग्रहण लग गया….