छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। क्षेत्र की सर्चिंग करने पर एक नक्सली का शव मिला है। मारे गए नक्सली की पहचान माओवादी संगठन दरभा डिवीजन के प्लाटून नंबर 31 के सदस्य लखमा कवासी के रूप हुई है। उक्त नक्सली पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों ने 3 लाख के इनामी नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया है। कटेकल्याण थाना क्षेत्र से डीआरजी की टीम सर्चिंग पर तुमकपाल-अरजलपारा के जंगलों में निकली थी। क्षेत्र में कटेकल्याण एरिया कमेटी के 10-15 सशस्त्र नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। जवान सर्चिंग करते हुए ग्राम तुमकपाल-अरजलपारा के जंगल में पहुंची थी कि पहाड़ी में पहले से घात लगाए नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग झोंक दी। जवानों ने भी तत्काल मोर्चा संभाला। करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग हुई। डीआरजी की जबावी कार्रवाई से नक्सली जंगल व पहाड़ी का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए।
मुठभेड़ के बाद घटना स्थल की सर्चिंग करने पर एक पुरुष माआवेदी का शव जवानों ने बरामद किया। इसके अलावा एक नग देशी पिस्टल, 05 किलो वजनी एक आईईडी, एक नग नक्सल वर्दी, पिटटू, वायर, नक्सल साहित्य एवं दैनिक उपयोगी की सामग्री बरामद की गई है। मुठभेड़ में मारे गये नक्सली की पहचान प्रतिबंधित माओवादी संगठन दरभा डिवीजन के प्लाटून नंबर-31 के सदस्य लखमा कवासी निवासी कोडोपाल थाना कटेकल्याण जिला-दंतेवाड़ा के रूप में हुई है। मारा गया माओवादी कई घटनाओं में शामिल रहा था। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने माओवादियों से अपील की है कि शासन की पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर कर मुख्य धारा में लौट आएं।