कोरिया..सूबे के मुखिया स्वयं डॉक्टर है..और मरीजो की विभिन्न मर्ज के मरीजो की तकलीफे उनको पता है..पर वही मुखिया सूबे की बीमार स्वास्थ्य अमले को ठीक कर पाने में नाकाम है..
दरसल सरगुजा सम्भाग के कोरिया जिले का जनकपुर मध्यप्रदेश की सीमा से सटा हुआ है.. जहाँ के ग्राम जमथान निवासी 45 वर्षीया लीलावती पति बाबूलाल यादव अपने पिता के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में शरीक होने आई हुई थी..और उक्त अधेड़ महिला अस्थि विसर्जन के कार्यक्रम से वापस लौटकर अपने घर जाने जमथान के लिए निकली थी..इतने में ग्राम जरडोल छान्दा के पास तेज धूप की तपिश में चक्कर खाकर गिर पड़ी.. जिसे स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सरकारी अस्पताल जनकपुर पहुँचाया गया..लेकिन उसे डॉक्टरों ने नजदीकी क्रिटिकल सेंटर शहडोल के लिए रिफर कर दिया. तब उक्त महिला के परिजनों ने संजीवनी 108 की सेवाएं लेनी चाही पर सरकार की यह सेवा उन्हें वक्त रहते नही मिल सकी और लीलावती ने संसाधनों के अभाव में दम तोड़ दिया..
वही जनकपुर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है की राज्य सरकार ने वैसे तो अस्पताल में आपातकालीन सेवा के लिये 108 और 102 की सेवाओं के तहत एम्बुलेंस दी हुई है..पर अब वह कबाड़ में तब्दील हो चुकी है..जिसपर उनका नियंत्रण नही है।..