अम्बिकापुर
- 1 अगस्त से होगा ग्राम पंचायतो के अभिलेखो का सत्यापन
- रोस्टर बनाकर सिलसिलेवार होगा अभिलेख सत्यापन
- कलेक्टर ने विरोध कर रहे संरपचो को दी समझाईस
सरगुजा कलेक्टर द्वारा पिछले दिनो पंचायतो के लिए जारी किए निर्देश पर जिले भर के संरपचो ने जंहा दबी जुबान विरोध शुरु कर दिया है, वही सचिव और रोजगार सहायक भी पीछे नही है, दरअसल कलेक्टर ने पंचायतो से आ रही तमाम शिकायतो के मद्देनजर ,,जिले की सभी ग्राम पंचायतो के समस्त अभिलेखो के सिलसिलेवार सत्यापन के निर्देश जारी किए है।
वैसे तो ग्राम पंचायतो मे हुए निर्माण कार्य, विकास कार्य और प्रभावी योजनाओ के अभिलेखो का आडिट हर साल किसी ना किसी तरह होता है, लेकिन सरगुजा जिले के विभिन्न पंचायतो से भ्रष्टाचार, गबन और शासकीय राशि के दुरुपयोग की शिकायत के बाद सरगुजा कलेक्टर ने पिछले साढे चार वर्ष के समस्त अभिलेखो और कार्यो के एक साथ सत्यापन का निर्देश जारी किया था। जिसको लेकर आज आज सरगुजा जिले के सभी 252 पंचायतो के सरपंच ,सचिव और रोजगार सहायको को जिला मुख्यालय तलब किया गया था।
हांलाकि सरंपच और सचिव की मीटिंग मे कलेक्टर ने ये समझाने का प्रयास जरुर किया है कि जैसे पटवारी का बस्ता और रिकार्ड दुरुस्त होता है, वैसे ही पंचायत के भी अभिलेख रिकार्ड दुरुस्त रहे , इसलिए सत्यापन प्रकिया प्रारंभ की जा रही है, लेकिन जिले के लुण्ड्रा विधायक इसी मोदी जी के अच्छे दिनो की शुरुआत बता कर अपने कर्तव्यो से पलडा झाड रहे है।
बहरहाल पंचायती जनप्रतिनिधि अपनी बेहतरी के लिए कलेक्टर के इस कदम का भले ही गलत मानते हो ,, लेकिन सच तो ये है कि पंचायतो के अभिलेखो के दुरुस्त होते ही,, जंहा गांवो मे विकास की वास्तविक तस्वीर भी दुरुस्त हो जाएगी,, वही इस पंचवर्षीय मे ना सही आने वाले समय मे तो पंचायत मे पनप रहा भ्रष्टाचार बहुत हद तक कम हो जाएगा।
गंगा प्रसाद, अध्यक्ष सरपंच संघ , जनपद लुण्ड्रा
हर साल तो आटिड होता है, और जब हर साल आडिट होता है, तो फिर पिछले साढे चार साल का एक साथ आडिट कराना उचित नही , क्योकि पंचायत चुनाव आने वाला है, हम पंचायत चुनाव की तैयारी करेगे या फिर आडिट करवाएगे। और एक वर्ष तक के अभिलेख और आय व्यय का लेखा जोखा तो हमारे पास मिल जाएगा, लेकिन उसके पहले का नही मिल पाएगा।
गंगा प्रसाद की ही तरह अन्य संरपचो की भी माने तो उनका कहना है कि पंचायत के तमाम अभिलेखो को प्रतिवर्ष आडिट होता है, और फिर अब जब चुनाव नजदीक ऐसे मे चुनाव की तैयारिया करे या फिर अभिलेख का सत्यापन कराए। हांलाकि सरपंच, सचिव और रोजगार सहायको के इस विरोध के बीच कलेक्टर ने सभी की बंद कमरे मे मीटिंग लेकर विरोध कम करने का प्रयास किया।
अमरजीत भगत , विधायक , सीतापुर(सरगुजा)
पंचायत राज अधिनियम के बारे मे मै ज्यादा कुछ कहने की स्थिती मे नही हूं , लेकिन पूरे प्रदेश मे एक तरह का नियम नही है, अधिकारी अपने अपने हिसाब से अलग अलग तरीके अपना रहे है। मोदी जी ने कहा था अच्छे दिन अाने वाले है, तो अच्छे दिन आ गए है । सभी लोगो को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
- इस संबध मे जनसंपर्क कार्यालय से जारी समाचार
अम्बिकापुर 07 जुलाई 2014
पंचायतों के विकास में सरपंच कीे महत्वपूर्ण भूमिका – कलेक्टर
पंचायतों के विकास में सरपंचों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। पंचायती राज अधिनियम के तहत दिए गए अधिकारों का क्रियान्वयन करने की जवाबदारी ग्राम पंचायतों की है। सरपंच ग्राम पंचायतों के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है। साथ ही विकेन्द्रीकरण की प्रकिया को मजबूत करने में उनकी भूमिका प्रभावी है। विकास कार्यों के साथ-साथ ग्राम पंचायत त्रिस्तरीय पंचायती राज की सबसे अहम इकाई है। उक्ताषय के विचार कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने आज सरपंचों की बैठक में व्यक्त किए।
जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिलेभर के सरंपच शामिल हुए। कलेक्टर ने सरपंचों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए उनके निराकरण के लिए पहल की। श्रीमती सैन ने सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि सरपंच गांव के मुखिया है और विकास की जवाबदारी जनता ने उनके हाथों सौंपी है। उन्होंने सरपंचों द्वारा अभिलेखों के सत्यापन के संबंध में उठाए गए मुद्दों के बारे में कहा कि ग्राम पंचायतों के अभिलेख अद्यतन हों और सही तरीके से संधारित हो इसलिए अभिलेखों का सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। ग्राम पंचायत के कार्यालयों के सभी फाईल एवं अभिलेख दुरूस्त एवं अद्यतन होने चाहिए इससे पंचायतों में पारदर्षिता आएगी तथा लोगों के प्रति जवाबदेही बढ़ेगी।
कलेक्टर ने कहा कि जिस तरह पटवारी बस्ता होता है। उसी तरह ग्राम पंचायतों के सचिव के पास पंचायत बस्ता होंगे। जिसमें सभी रिकार्ड अद्यतन होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभिलेखों का सत्यापन कार्यों में पारदर्षिता लाने तथा अभिलेखों के सुव्यवस्थित एवं अद्यतन संधारण के लिए किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि अभिलेखों का सत्यापन अब एक अगस्त से प्रारंभ किया जाएगा तथा पंचायतवार रोस्टर बनाकर कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
श्रीमती सैन ने सचिवों का अभिलेख संधारण विषय पर कार्यषाला आयोजित करने के निर्देष भी दिए है। कार्यषाला में पंचायतों के समस्त अभिलेखों के संबंध में जानकारी दी जाएगी तथा पंचायती राज प्रावधान के अंतर्गत प्रषिक्षण दिया जाएगा। कलेक्टर ने पंचायतों में आपस में समन्वय बनाने तथा सूचना का आदान-प्रदान करने प्रत्येक विकासखण्ड में दो नोडल सरपंचों का चुनाव किया है। ये सरपंच आपस में सूचना आदान-प्रदान कर पंचायत के कार्यों को आगे बढ़ाएगे। कलेक्टर ने सरपंचों से अपने क्षेत्र के शासकीय कार्यों तथा हाॅस्टल, छात्रावासों तथा अन्य कार्यक्रमों का नियमित निरीक्षण करने भी कहा। उन्होंने अल्पवर्षा को देखते हुए कृषि विभाग के साथ बैठक कर गांव के पानी को सहेजने एवं खेती-किसानी से संबंधित उपयुक्त विकल्पों पर कार्य करने कहा। श्रीमती सैन ने जिले में चलाये जा रहे विषेष अभियान सुपोषित, षिक्षित एवं समृद्ध सरगुजा के माध्यम से विकास कार्यों को गति प्रदान करने कहा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर. एक्का, जिले भर सरपंचगण तथा रोजगार सहायक शामिल हुए।