रायपुर. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर को कांग्रेस ने घेरा है। कांग्रेस नेताओं ने धमतरी कोर्ट के आदेश के बाद एसीबी दफ्तर में धावा बोला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल समेत अन्य नेताओं ने कोर्ट के आदेश पर चंद्राकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। एसीबी के अधिकारियों ने आदेश मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही तो कांग्रेस नेता वहीं धरने पर बैठ गए। तकरीबन एक घंटे तक कांग्रेसियों ने चंद्राकर और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
धमतरी के स्पेशल कोर्ट ने पंचायत मंत्री चंद्राकर के खिलाफ एसीबी को एफआईआर दर्ज करने के आदेश बुधवार को दिए। इस फैसले के बाद कांग्रेस चंद्राकर पर निशाना साधा है। गुरुवार को दोपहर 12 बजे कांग्रेस नेता कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। वहां से वे रैली की शक्ल में बैजनाथ पारा, राजीव गांधी चौक होते हुए राजभवन के पास स्थित एसीबी के दफ्तर पहुंचे। कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल पहले एसीबी के एसपी से मिला।
उन्होंने चंद्राकर के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की, लेकिन अफसरों ने इस पर ठोस जवाब नहीं दिया। इससे नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता एसीबी दफ्तर के कैंपस में धरने पर बैठ गए। वे अजय चंद्राकर इस्तीफा दो, चंद्राकर को बर्खास्त करो के नारे लगाने लगे। पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष बघेल के साथ शहर जिलाध्यक्ष विकास उपाध्याय, महापौर किरणमयी नायक और कुलदीप जुनेजा समेत 50 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें बस से केंद्रीय जेल लाया गया। वहां एक घंटे बाद उनकी नि:शर्त रिहाई कर दी गई।
भ्रष्ट मंत्री को बर्खास्त करें : बघेल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बघेल ने कहा कि चंद्राकर तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वे एसीबी की जांच को प्रभावित कर रहे हैं। कोर्ट ने पहले भी चंद्राकर के अनुपातहीन संपत्ति के मामले में जांच के निर्देश दिए थे, लेकिन एसीबी कार्रवाई नहीं कर रही है। उनके मंत्री रहते हुए निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती।
मुख्यमंत्री ने तलब किया मंत्री को
गुरुवार को दोपहर में चंद्राकर सीएम हाउस पहुंचे। हालांकि चंद्राकर ने इस बात से इनकार किया है और इसे सामान्य मुलाकात बताया है। चंद्राकर ने कहा कि मुझे नैतिकता का पाठ पढ़ाने की जरूरत नहीं है। यदि मामला होगा तो मैं अपनी बात पार्टी में रखूंगा। कांग्रेस विपक्ष में है, विपक्ष का धर्म है प्रदर्शन करना। कोर्ट से आदेश मिलने के बाद मैं आगे की कार्रवाई करुंगा।