कोरबा शहर की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम तो है..पर शहर के इस खूबसूरती पर जगह -जगह स्थित रेल्वे फाटकों ने ग्रहण लगा रखा है..और वह इसलिए की शहर के बीच से चलने वाली ट्रेनों और माल गाड़ियों के कारण शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा जा रही है..लिहाजा इसके लिए सीएसईबी चौक पर वाई शेप फ्लाई ओवर ब्रिज का प्रस्ताव रखा गया था जो शुरू होने से पहले ही निरस्त कर दिया गया है.. निगम अमला जहां इस इस ब्रीज को औचित्य हीन बता रहा है.. तो वहीं शहर के बाशिन्दे इस ब्रिज के बनने से ट्रैफिक मुक्त वातावरण की बाते कह रहे है..
दरअसल कोरबा शहर में वर्ष 2009 में शहर के बीचोंबीच मालगाड़ी परिवहन के लिए रेलवे लाइन बिछाई गई थी तब नियमानुसार सीएसईबी चौक पर वॉइ शेप फ्लाईओवर ब्रिज और शारदा विहार फाटक के पास अंडरग्राउंड ब्रिज बनाने की बात कही गई थी.. जिससे शहर के लोगों को परेशानी ना हो और फाटक बंद होने के बाद भी यातायात सुचारू रूप से जारी रह सके..और तत्कालीन समय में सीएसईबी चौक पर बनने वाले वाइ शेप फ्लाई ओवर ब्रिज की लागत करीब 8 करोड रुपए थी मगर इस ओर कोई क्रियान्वयन नहीं होने से इसकी लागत करीब 20 करोड रुपए हो गई.. जिला खनिज न्यास निधि के द्वारा इसके लिए प्रस्ताव बनाकर कार्य योजना भी तैयार की गई मगर अब इस फ्लाईओवर ब्रिज को ओचित्य हीन बताते हुए इसके प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया है ..मतलब यह कहा जा सकता है कि अब शहर के लोगों को फाटक की समस्या से निजात मिलती नहीं दिख रही निगम का कहना है कि शासन स्तर से यह निर्णय लिया गया है और इस कारण ही इस प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है जबकि शहर के लोग और जानकार इस ब्रिज को बेहद महत्वपूर्ण बता रहे हैं ..तत्कालीन निगम आयुक्त अशोक शर्मा की माने तो उनके समय ही नियमों के आधार पर शहर में लाइन बिछाने की अनुमति दी गई थी और वाई शेप ओवर ब्रिज लोगों को फाटक बंद होने की समस्या से काफी निजात दिला सकता था ऐसे में इस ब्रिज के नहीं बनने के कारण लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है तत्कालीन निगम आयुक्त भी मान रहे हैं कि हवाई से फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण होना ही चाहिए ताकि इसके जरिए कोरबा से कटघोरा और ट्रांसपोर्ट नगर से निहारिका जाने वाले लोगों को समस्या ना हो सबसे गंभीर बात यह कि फाटक बंद होने के कारण एंबुलेंस और इमरजेंसी सेवाएं भी बाधित होती रहती हैं ऐसे में लोगों ने इस वॉइ शेप ओवर ब्रिज का पुरजोर समर्थन किया है और इसे बनाने की मांग कर रहे हैं ऐसे में देखना होगा कि आने वाले दिनों में वॉइ शेप ओवर ब्रिज शहर को मिलता है या फिर इसे औचित्य हीन बता कर निरस्त करने की प्रक्रिया में मुहर लग जाती है।