कवर्धा..सूबे के मुखिया के गृह जिले में एक गलती से मिस्टेक का मामला सामने आया है..मामला गम्भीर तो है पर इस पर ध्यान देने वाला कोई नही है..जिम्मेदार अपनी बगले झांक रहे है..तो अब पीड़ित दर – दर भटकने को मजबूर हो चले है..
दरसल यह पूरा मामला जिले के पीजी कालेज का है..छात्र- छात्राओं का आरोप है की..सत्र 2017 -18 में दुर्ग यूनिवर्सिटी द्वारा ली गई बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा में 50 फीसदी छात्र- छात्राओं को अनुपस्थित बताकर फेल कर दिया गया है.. जबकि पीड़ित छात्र – छात्राओं का कहना है की उन्होंने बकायदा परीक्षा में भाग लिया था..पर उन्हें अनुपस्थित कैसे कर दिया गया यह समझ से परे है..
वही इस सम्बंध में कालेज के प्राचार्य को भी शिकायत की गई थी..लेकिन प्राचार्य ने अपने हाथ खड़े कर दिए..उन्होंने छात्र-छात्राओं को यूनिवर्सिटी से हुई गड़बड़ी का हवाला देते हुए उन्हें वापस भेज दिया..
बहरहाल छात्र – छात्राओं में इस मसले को लेकर आक्रोश पनप रहा है..और वे इस मामले की जांच कराने सड़क की लड़ाई लड़ने की बात कह रहे है..मुद्दे की बात तो यह है की जिस शिक्षा के स्तर को सुधारने की बाते सरकार करती है..वह शिक्षा का स्तर सुधर तो नही रहा बल्कि बद से बदतर हो चला है..यह इसी का नतीजा है की इस तरह के अनोखे मामले सामने आ रहे है..तथा मामले का खुलासा तो हो गया है पर इस पर क्या कार्यवाही होगी किसके सर पर कार्यवाही की गाज गिरेगी यह अब देखने वाली बात है…