- हरिहर छत्तीशगढ़ योजना के तहत 2.5 एकड़ में लगे 6हजार 2सौ 50 हराभरा पौधा जल कर खाक…
- कलेक्टर परिसर मे लाखो के कीमती पौधों का हुआ था वृक्षारोपण…
- सांसद, कलेक्टर के नाम लगे पौधों में नाम पट्टिका भी जलकर खाक…
- घंटे बाद पहुच कर औपचारिकता निभाई एक दमकल..
- कलेक्टरेट के कर्मचारी तमाशा देखते रहे ,पत्रकारों ने फ़ोन कर बुलाई दमकल…
जांजगीर चाम्पा (संजय यादव) जिला मुख्यालय के कलेक्टर परिसर में लगे हरिहर छत्तीशगढ़ योजना के तहत 2.5 एकड़ में फैले 6 हजार 2 सौ 50 कीमती हराभरा छोटे बड़े पौधे जल कर खाक हो गया। सुरूवात में आग की लपटे थोड़ी कम थी पर धीरे धीरे हवा चलने से आग सब तरफ फैल गई। आग किस कारण लगी ये नही पता चल पाया है पर आशंका जताई जा रही है है। किसी सररती लोगो की करतूत लग रही है। घंटो बाद जब पूरे एरिया में आग फैल गई फिर भी कलेक्टर के कर्मचारी तमाश बिन बने रहे किसी ने दमकल बुलाने की हिम्मत नही की। वही जब पत्रकारो को खबर लगी तब फ़ोन करके दमकल बुलाया गया। घंटो एक दमकल के मदद से आग पर काबू पाया गया। आग से कई मन्त्री,सांसद,कलेक्टर की पौधे में लगी नाम से तकती जल कर खाक हो गई।
मोबाइल टावर में हो सकता था बड़ा हादसा
वृक्षारोपण किये एरिया में bsnl का टावरलगा हुआ है आग की लपटें धीरे धीरे टॉवरके अंदर चली गई जिससे टावर में लगेकेबल जल गई। बड़ी मशक्कत के बादआग पर काबू पाया गया। आग के टावर केपास पहुचने से पहले दमकल आ गई नही तो बड़ा हादसा हो सकता था और टावरजल कर खाक हो जाता।
कीमती पौधे जल कर खाक
कलेक्टर परिसर में वन विभाग दुवारा 6250 कीमती किस्म के पौधे लगाये थे जिसमें करंज,गुलमोहर,नीलगिरी,सैगोन, ऐसे हजारो पेड़ आग के चपेट आ कर जल गए।
नही पहुचा वन विभाग का अमला
भीषण आग लगने के बाद वन विभाग का एक भी कर्मचारी मौके पर नही पहुचा और न ही किसी प्रकार की जानकारी ली गई। लाखो के लगे कीमती हराभरा पौधे जल कर राख हो गए पर वन विभाग सोता रहा।