कलेक्टर से किसने कहा “कलेक्टर” बनूंगा…

बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) समूचे प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाने से सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था गड़बड़ा गई है,तथा सरकार अब सरकार सरकारी स्कूलों में अध्यापन कार्य कराने वैकल्पिक व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है,ऐसे में प्रशासनिक अधिकारी भी अब सरकारी स्कूलों में शिक्षा की बागडोर सम्हाल रहे है।

साहब ने पूछा बड़े होकर क्या बनोगे.?-जवाब मिला डॉक्टर

वही शिक्षा के प्रति सवेदनशील माने जाने वाले बलरामपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण का नया रूप कल देखने को मिला,दरसल कलेक्टर साहब राजपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत लाऊ में आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर में पहुँचे थे,इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के बीच सरकारी योजनाओं की नब्ज तो टटोली ही,इसके अलावा वे देश का भविष्य कहे जाने वाले स्कूली विद्यार्थियों से भी रूबरू हुए,कलेक्टर साहब  ग्राम लाऊ के सरकारी स्कूल में पांचवी पढ़ने वाले बच्चे सन्त कुमार यादव से प्रभावित हुए,पाचवी कक्षा के मेधावी छात्र से मिलकर जिले के मुखिया बेहद खुश नजर आ रहे थे,जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि कलेक्टर साहब जिले के सरकारी स्कूलों में हो रही पढ़ाई से संतुष्ट है। दरअसल कलेक्टर ने दो छात्रो से पूछा के बड़े होकर क्या बनोगे जिसके जवाब में एक ने कहा “डाक्टर” तो दुसरे ने कहा की “कलेक्टर” बनूँगा..

साहब ने पूछा बड़े होकर क्या बनोगे.?-जवाब आया कलेक्टर

जिले के बलरामपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत जमुआटांड में नवीन महाविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए,उन्होंने वहाँ मौजूद एक छात्र देवकुमार से 17 का पहाड़ा पूछा तो उसने मौके पर ही खड़े होकर साहब को पहाड़ा सुना दिया,कलेक्टर साहब एक बार फिर खुश हुए,और कहा बेस्ट आफ लक।