अम्बिकापुर गांधीनगर पुलिस ने अवैध केरोसिन परिवहन के संदेह में तीन टैंकर दो दिन पहले पकडे थे.. लेकिन इसमें मौजूद पेट्रोलियम की जांच के लिए खाद्य कार्यालय से गांधीनगर थाना दूरी लगभग 2 किलोमीटर तक पहुचने में खाद्यविभाग की टीम को लगभग 40 घंटे लगे.. लिहाजा आज सोमवार की शाम खाद्य विभाग की टीम गांधीनगर थाने जांच करने पहुची लेकिन उनके साथ ही मामले के आरोपी सचिन गोयल भी थाने पहुचे.. बहरहाल थाने में खड़े तीन टैंकर के 8 चैंबर से 24 लीटर सेम्पल अलग अलग 24 डिब्बो में लिया गया… जब सेम्पल में से 8 डिब्बे खाद्य विभाग के पास, 8 डिब्बे वाहन स्वामी के पास और 8 डिब्बे पुलिस के पास रहंगे.. जब्त एल डी ओ की जांच की बात कही जा रही है..
पर पूरे मामले में अजीब बात यह है की 4 तारीख शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को पुलिस अवैध पेट्रोलियम परिवहन के शक में टैंकर जब्त करती है और.. खाद्य विभाग की टीम को जाँच के लिए थाने तक पहुचने में 40 घंटे का समय लग जाता है और जब खाद विभाग की टीम मौके पर पहुचती है तो उक्त टैंकर के मालिक भी थाने में उपस्थित देखे जाते है… हालाकी इस सम्बन्ध में खाद्य विभाग का कहना है की उन्हें थाने से आज सूचना दी गई थी..और टैंकर पुलिस ने कल रात में पकडे है.. जबकी थाना प्रभारी ने बताया की छुट्टी होने की वजाह से कार्यालय में अधिकारी नहीं थे लेकिन फोन पर कल ही खाद्य विभाग को सूचना दे दी गई थी..
इधर पकडे गए टैंकर दो दिन तक थाना परिसर के बाहर सड़क किनारे ही खड़े रहे जो थाना सहित आसपास के लिए खतरनाक साबित हो सकता था.. ज्वलनशील पेट्रोलियम से भरे तीन टैंकर दो दिन से मुख्य मार्ग के किनारे खड़े है और इन टैंकरों में अगर कोई तेज रफ़्तार वाहन टकरा जाती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी..
दरअसल पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी की लगातार केरोसिन का अवैध परिवाह किया जा रहा है। जिसकी जांच में लिए पुलिस ने यह कार्यवाही की थी। लेकिन अब पकडे गए इन टैंकरों में जो भी पेट्रोलियम है ये वैध है या अवैध इस बात की पुष्टी तो जांच के बाद ही हो पायेगी.. फिलहाल खाद्य विभाग ने अपना कोरम पूरा कर लिया है..