अम्बिकापुर अनचाहे नवजात बच्चे अब कूड़े में नहीं फेके जायेंगे.. क्योकी अंबिकापुर के मेडिकल कालेज अस्पताल में पालना घर का शुभारम्भ कर दिया गया है.. अब लोग अनचाहे नवजात बच्चो को कूड़ेदान में फेकने की बजाय इस पालने घर में दे सकते है.. जहाँ बच्चो का पालन पोषण किया जा सकेगा..
आपने अक्सर देखा होगा की नालियों में या कूड़ेदान में नवजात बच्चो को लोग फेक देते है.. कभी ज़िंदा तो कभी मृत अवस्था में नवजात पाए जाते है.. और ऐसा करते उन्हें ज़रा भी शर्म नहीं आती… लेकिन छतीसगढ़ की संवेदनशील सरकार को शर्म आती है अपने प्रदेश के ऐसे लोगो पर, इसलिए सरकार के महिला बाल विकाश विभाग ने ऐसे बच्चो के पालन-पोषण का बीड़ा उठाया है…
महिला बाल विकाश विभाग ने संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के मेडिकल कालेज अस्पताल में पालना घर की शुरुवात कर दी है.. और इस पालना घर में लोग अनचाहे नवजात बच्चों को छोड़ कर जा सकते है.. इतना ही नही नवजातो की जिन्दगी बचाने इतनी सजीदगी बरती जा रही है की ऐसे लोगो से यह वादा भी किया गया है की उनकी पहचान गुप्त रखी जायेगी..
बहरहाल समाज में लोकलाज के डर से या अस्वस्थ जन्मे बच्चे को पालने में असमर्थता की वजह से लोग नवजातो को नालियों या कूड़े दान में फेंक देते थे. लेकिन अंबिकापुर में शुरू किये गए इस पालना घर में अब नवजातो की जिन्दगी बचाई जायेगी… इनका पालन पोषण भी किया जाएगा..