अंबिकापुर भिलाई के शिवा कोचिंग की मैनेजर कुलदीप कौर मडर मिष्ट्री में नया मोड़ सामने आया है.. भिलाई के सूत्रों के मुताबिक़ भिलाई पुलिस मामले का पर्दाफास करते हुए कुलदीप के मर्डर का खुलासा किया है.. भिलाई पुलिस के मुताबिक कुलदीप का मर्डर उसी के आशिक अम्बिकापुर के मनीष यादव ने किया है.. लिहाजा मामले में अजीब बात यह है की अंबिकापुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र से आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने और उसकी तलाश में भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम अंबिकापुर आई थी.. लेकिन इस सम्बन्ध में जिले की पुलिस को कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं है.. इस सम्बन्ध में सरगुजा पुलिस से जब बात की गई तो पता लगा की भिलाई पुलिस द्वारा यहाँ कार्यवाही की कोई सूचना नहीं दी गई है.. लेकिन गांधीनगर थाने के एक प्रधान आरक्षक को मौखिक जानकारी दी गई थी की भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम किसी ह्त्या के आरोपी को गिरफ्तार करने अंबिकापुर आई थी..
इसके अलावा इस मामले में सरगुजा पुलिस या गांधीनगर थाने में कोई भी लिखित जानकारी नहीं दी है.. बहरहाल ऐसा करना सही है या गलत ये तो पुलिस विभाग का आतंरिक मामला है.. प्रदेश को दो जिलो की पुलिस को एक दुसरे के क्षेत्र में कार्यवाही से पूर्व किन प्रावधानों से होकर गुजरना चाहिए ये छतीसगढ़ पुलिस के आला अधिकारी बेहतर समझ सकते है.. लेकिन इस कार्यवाही में ऐसा कुछ भी नहीं है.. बल्की भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम सरगुजा आकर एक आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाती है लेकिन सरगुजा पुलिस को इसकी जानकारी देना भी जरूरी नहीं समझती है..
बहरहाल क्राइम ब्रांच ने कुलदीप कौर की होंडा सिटी कार अंबिकापुर से जब्त की है.. और मनीष की काल डिटेल और सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर मामले का पटाक्षेप किया है..
क्या था मामला –
दरअसल भिलाई के शिवा कोचिंग इंस्टीट्यूट की मैनेजर कुलदीप कौर की डेड बॉडी रविवार को उतई में सीआरपीएफ बाउंड्री वॉल के पास मिली थी। कुलदीप कौर शनिवार 14 अक्टूबर को कोचिंग से फेशियल कराने की बात कह निकली थी और घर नहीं लौटी। उसका मोबाइल आधे घंटे के लिए बंद था और बाद में चालू हालत में जेवरा सिरसा में शराब की दुकान के पास मिला था ।