बुधवार को छोटी दिवाली के अवसर पर राम की नगरी अयोध्या में भव्य दिवाली का आयोजन किया जा रहा है. इस दिवाली को त्रेता युग की तर्ज पर मनाया जाएगा, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाईक समेत पूरी सरकार राम के दरबार में मौजूद रहेगी..
त्रेता युग में 14 साल का वनवास काट जब भगवान श्रीराम अयोध्या वापस लौटे थे तो उनके छोटे भाई भरत ने उनका स्वागत किया था और पूरे नगर में दीपोत्सव कर जश्न मनाया गया था. अब कलयुग में एक बार फिर उसी अलौकिक आनंद को सूबे की योगी सरकार दोहराने जा रही है.
सरयू के तट पर एक बार फिर भारत मिलन होगा. राम दरबार में योगी के नेतृत्व वाली पूरी सरकार माथा टेकेगी. पांच घंटे से ज्यादा के कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी कई कार्यक्रम में भाग लेंगे.
इस मौके पर अयोध्यावासी सरयू नदी में 1.71 लाख दीप जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाएंगे. इसके लिए प्रशासन ने हर घर से चार दिए मंगवाए हैं.इस दौरान में अयोध्या में में त्रेता युग के दर्शन कराने वाले हर उस दृश्य का मंचन होगा जो आने वाली पीढ़ी के लिए एक संजोकर रखने वाला यादगार और सुनहरा सुअवसर भी होगा.
वैसे तो पूरा आयोजन धार्मिक और संस्कृति के रंग में रंगा हुआ होगा. लेकिन इस बहाने बीजेपी सरकार कहीं न कहीं यह संदेश देने की भी कोशिश कर रही है कि राम मंदिर बनने में भले ही वक्त लग रहा हो लेकिन सरकार रामराज के लिए पूरी तरह समर्पित व संकल्पित है.
आज योगी सरकार 133 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाओं का भी शिलान्यास करेगी. इनके जरिए अयोध्या के विकास को प्रदेश के लिए एक मॉडल बनाने की कोशिश होगी. सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति समर्पण का संदेश देने का प्रयास होगा.