मध्यप्रदेश को आज मुम्बई में एक गरिमामय समारोह में स्टेट ऑफ द ईयर पुरस्कार से विभूषित किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिहं चौहान ने सीएनबीसी 18 द्वारा प्रदान किये गये पुरस्कार को ग्रहण किया। मध्यप्रदेश को यह पुरस्कार सबसे तेज गति से विकास के लिये दिया गया है।
श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि बीमारू राज्य से आज देश के सबसे विकसित राज्य के रूप में लाना एक बड़ी चुनौती थी। हमने इस चुनौती को स्वीकार किया। प्रदेश को हर क्षेत्र में आगे लाने के लिये दिन रात प्रयास किया। जनता को भी विकास में भागीदार बनाया। विभिन्न पंचायतें बुलाकर जनता के अनुरूप व्यवहारिक योजनाएं और नीतियाँ बनाईं। कृषि, सिंचाई, सड़क, बिजली, उद्योग आदि सभी पहलुओं पर ध्यान दिया गया। इससे लगातार मध्यप्रदेश की विकास दर डबल डिजिट में बनी रही। मध्यप्रदेश को गत वर्ष कृषि कर्मण पुरस्कार मिला। इस वर्ष भी कृषि कर्मण पुरस्कार के लिये प्रदेश का चुना जाना गौरव का विषय है। श्री चौहान ने कहा कि जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल आती है। उन्होंने कहा कि अब आगे प्रदेश को निवेश के क्षेत्र में देश का नम्बर एक प्रदेश बनाने की चाहत है। उन्होंने कहा कि उद्योगों की जरूरते और समस्यायें सुलझाने के लिये मैं खुद सिंगल विंडो हूँ। प्रदेश में उद्योगों की संख्या बढ़ रही है। आगे गांवों में लघु कुटीर उद्योगों का जाल बिछाकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो का सपना देखा। कोई और राज्य इसे कर पाया हो या नहीं, मध्यप्रदेश में क्षिप्रा और नर्मदा पवित्र नदियों को जोड़कर श्री वाजपेयी के सपने को साकार किया है। आगे अन्य नदियों को भी जोड़ने की योजना है।
मुख्यमंत्री से इस पुरस्कार समारोह में जब यह पूछा गया कि श्री लालकृष्ण आडवाणी का कहना था कि आप और श्री मोदी बराबर की स्थिति में हैं तो क्या आप केन्द्र में जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश में ही रहूंगा और मध्यप्रदेश को देश का नम्बर एक राज्य बनाने का संकल्प पूरा करूँगा। मेरा विश्वास है कि श्री नरेन्द्र मोदी देश के सबसे अच्छे प्रधानमंत्री साबित होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान को फाउंडर एडिटर न्यूज नेटवर्क 18 के श्री राघव बहल तथा एडिटर इन चीफ सीएनबीसी आवाज श्री संजय पुगलिया ने स्टेट ऑफ ईयर पुरस्कार प्रदान किया।
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