इस वर्ष रक्षाबंधन को लेकर विभिन्न प्रकार की भ्रान्तिया है.. रक्षा बंधन पूरे दिन मनाया जाना है या फिर ग्रहों की दशा इसे प्रभावित कर रही है.. तो इस असमंजस की स्थित को दूर करने के लिए हमने प्रसिद्द ज्योतिषाचार्य पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी से इस सम्बन्ध में राय-शुमारी की उन्होंने बताया की रक्षा बन्धन अनुष्ठान का समय दिन को 11 बजकर 08 मिनट तक भद्रा है अतः इससे पूर्व रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त नहीं और इस बार बंधन का शुभ मुहूर्त दोपहर बाद 1 बजकर 52 तक ही है उसके उपरांत ग्रहण का सूतक के होने से मूहुर्त नहीं।
07 अगस्त 2017 को लगने वाला खण्डचंद्रग्रहण भारत में दृश्य होगा। भारत के अतिरिक्त यह ग्रहण दक्षिण-पूर्व एशिया, यूरोप के अधिकांश भाग, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर और अन्टार्कटिका में दृश्य होगा । भारतीय मानक समयानुसार ग्रहण का प्रारंभ रात्रि 10 बजकर 53 मिनट पर, मध्य रात्रि 11 बजकर 51 मिनट पर तथा मोक्ष रात्रि 12 बजकर 48 मिनट पर होगा । भारत में इसका स्पर्श, मध्य, मोक्ष तीनों दृश्य होगा। इसका सूतक 7 अगस्त को दोपहर बाद 1 बजकर 52 मिनट से आरंभ हो जायेगा। जो कि रात्रि 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा।