बलरामपुर (कृष्ण मोहन कुमार) जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम गरगोड़ी में एक 50 वर्षीय अधेड़ की खेत मे चाकू से वारकर हत्या कर दी थी,वही आज इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डी आर अचला ने बताया कि ग्रामीण की हत्या जादू टोने के शक में पिता ने अपने ज्येष्ठ पुत्र को मारने 40 हजार की सुपारी दी थी, और इस पूरे मामले में एडिशनल एस पी ऑपरेशन पंकज शुक्ला, थाना प्राभारी सहित अन्य स्टाफ सक्रिय थे। और इस हत्या के मामले में मृतक के पिता समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पिता ने ही दी थी पुत्र के मौत की सुपारी
दरसल इस हत्या की अनसुलझी को सुलझाने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी ,क्योकि प्रथम दृष्टया यह मामला जमीन विवाद का लग रहा था। लेकिन पुलिसिया जांच में पुलिस को मृतक के पिता मुखलाल और उसी गाव के ही अशोक पाल पर संदेह था,और पुलिस ने जब दोनों ग्रामीणों से कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या के पर्दे से राज परत दर परत खुलने लगे।
जादू टोने के शक में कर दी हत्या
पुलिस को भी यह नही पता था कि एक पिता ही अपने पुत्र को अंधविस्वास के चलते मौत के घाट उतरवा देगा। वही पुलिस को मुखलाल गुप्ता ने बताया कि वह और उसका परिवार लम्बे समय से अस्वस्थ रह रहे थे,तथा रामानुजगंज निवासी कथित तांत्रिक सुदामा भुईया से झाड़ फुक करवाते थे,और सुदामा के ही कहने पर मुखलाल ने अशोक पाल के साथ मिलकर कृष्णा गुप्ता की हत्या करने की योजना बनाई ,और सुदामा को 40 हजार की सुपारी दी,जिसमे 20 हजार रुपये सुदामा ने पहले ही ले लिए थे,तथा सुदामा ने इस खूनी खेल में रामानुजगंज निवासी श्रवण कुमार,सुनील पासवान को भी मिला लिया था,और इस घटना को 21 जुलाई की शाम को अंजाम दे दिया।
बहरहाल हत्या के ये सभी 5 आरोपी गरगोड़ी निवासी 76 वर्षीय मुखलाल गुप्ता (साव) पिता स्व महावीर,45 वर्षीय अशोक पाल पिता भोला,रामानुजगंज निवासी 35 वर्षीय कथित तांत्रिक सुदामा भुईया पिता स्व पहल,24 वर्षीय श्रवण कुमार पिता राजेन्द्र राम,22 वर्षीय सुनील पिता महेंद्र पासवान पुलिस गिरफ्त में है,लेकिन सोचने वाली बात तो यह है कि आज के इस आधुनिक युग मे किसी कथित तांत्रिक के कहने पर कोई पिता अपने ही सगे बेटे की हत्या कराने की सुपारी दे सकता है।