नारायणपुर (तरुण प्रकाश शर्मा) बगीचा एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार ने शाहीडांड़ के बाजार में अवैध कब्जाधारीयों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुये जेसीबी से तोड़फोड़ किया है। तकरीबन 10 अवैध कब्जा धारीयों के खिलाफ कार्रवाई करते हुये बाजार से कब्जाधारीयों को हटाया गया। अवैध कब्जााधारीयों में उक्त घटना से रोष व्याप्त है।
ज्ञात हो की बगीचा विकासखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम शाहीडांड़ में ग्रामीणों के द्वारा बाजार सेड का निर्माण कराये जाने के लिये ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया गया था। लेकिन उक्त स्थल में अवैध कब्जाधारीयों के द्वारा अतिक्रमण किये जाने से ग्रामीण बाजारशेड नहीं बनवा पा रहे थे। इस संबंध में ग्रामीणों के द्वारा जशपुर कलेक्टर,बगीचा एसडीएम व तहसीलदार को अतिक्रमण हटवाने के लिये आवेदन दिया गया था। इस दौरान बगीचा एसडीएम के द्वारा अवैध कब्जाधारीयों को नोटीश देकर अर्थदंड भी दिया गया लेकिन प्रशासन की बातों को दरकिनार कर अवैध कब्जाधारी पंचायत के लोगों को धमकाने में जुटे रहे। पंचायत के सचिव के द्वारा उक्त स्थल पर शेड निर्माण के लिये ले आउट कराया जा रहा था तभी एक कब्जाधारी के द्वारा सचिव को धमकाते हुये गदर हो जाने का बात बोला गया। जिसका शिकायत ग्रामीणों की ओर से जशपुर कलेक्टर,एस डी एम और तहसीलदार को किया गया। जिसके तहत सोमवार को तहसीलदार एम.पी.यादव शाहीडांड़ पहुंच सभी अवैध कब्जाधारीयों को दो दिवस के भीतर उक्त स्थल से कब्जा हटाने को कहा गया था। लेकिन गुरूवार की सुबह तक अवैध कब्जाधारीयों के द्वारा कब्जा नहीं हटाये जाने पर बगीचा एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार एम पी यादव नारायणपुर थाना के मौजूदगी में जेसीबी से अवैध कब्जा धारियों के ठेले,गुमटी,एवम घर को तोड़ अतिक्रमण हटाया गया।
अब जल्द होगा शेड निर्माण
शेड निर्माण के लिए पंचायत के निर्देश पर कई बार इंजिनियर के द्वारा ले आउट किया जा चुका है।मगर विवादों के कारण शेड निर्माण में दिक्कत हो रहा था। उक्त स्थल से अतिक्रमण हटाने के बाद जल्द ही शेड निर्माण का कार्य होगा।
कई बार नोटीश के बाद भी नहीं पड़ा असर
विदित हो की बगीचा विकासखण्ड क्षेत्र अंतर्गत शाहीडांड़ के बाजार में कुछ वर्षों से 10 अवैध कब्जाधारीयों ने अतिक्रमण कर रखा था। जिसके विरूद्ध ग्रामीण लामबंध हो साल भर पूर्व ही प्रशासन को ज्ञपन सौंप उचित कार्रवाई का निवेदन किया थे। इस दरमियान पंचायत एवं बगीचा एसडीएम के द्वारा सभी अवैध कब्जाधारीयों को 5 बार नोटीश तलब किया गया था। उक्त नोटीश का कोई भी असर अवैध कब्जाधारीयों पर नहीं पड़ने के कारण बगीचा एसडीएम के द्वारा 10 हजार रू. प्रति कब्जाधारी अर्थदंड लगाया गया। इन सबके बावजूद अवैध कब्जाधारीयों पर असर नहीं पड़ने के कारण एसडीएम को अतिक्रमण हटाने के लिये अभियान चलाना पड़ा।
कई ठेला गुमटी वाले हो गए थे बेरोजगार
शेड निर्माण के लिए नोटिस जारी करने बाद उक्त स्थल से ठेला व गुमटी हटाने वाले कई व्यवसायी बेरोजगार हो गए थे साथ ही कई परिवारों का जीवन भी प्रभावित था,बहुत से परिवारों के बच्चों का शुल्क भी उक्त स्थल में ठेले गुमटी लगाकर दिन भर हुये आय से स्कूलों में पटाते थे। कुछ दुकानदारों के द्वारा पंचायत का नोटिस मिलते ही अपना ठेला,गुमटी खाली किया गया था लेकिन कुछ लोगों के दबंग होने के कारण कब्जा नही हटाया जा सका था। लगभग 10 अवैध कब्जाधारी एक्त स्थल में अतिक्रमण कर शेड निर्माण में बाधक बने हुये थे।अब शासन द्वारा कब्जा हटाने के बाद जल्दी शेड निर्माण का उम्मीद किया जा रहा है।