अंबिकापुर के होलीक्रास अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीज के परिजनों से मित्रता कर दस महीने के बच्चे की चोरी का मामला सामने आया है.. अस्पताल से बच्चे का चोरी होने के मामले में भी इस अस्पताल की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है… मामले की तफतीस करने आई पुलिस ने जब सीसीटीव्ही फुटेज मांगे तो पता चला की अस्पताल की सीसीटीव्ही ख़राब थी और उसमे कुछ भी रिकार्ड नहीं हो सका.. लिहाजा पुलिस की बढी हुई मुश्किलें उस वक्त आसान हो गई जब एक बुजुर्ग महिला ने बच्चे को वापस अस्पताल पहुचाया..
होलीक्रास अस्पताल में अपने बड़े बेटे का इलाज कराने आई सुषमा ने बताया की अस्पताल में मरीजो के परिजनों के लिए खाना बनाने की अलग व्यवस्था की गई है और वही पर वो खाना बना रही थी.. तभी पास में बैठी एक महिला उसके दस महीने के छोटे बेटे को खेलाने लगी और गोद में लिए लिए अस्पताल से बाहर निकल गई.. सुषमा ने सोचा की टहल कर वापस आ जाएगी लेकिन ना तो वह महिला वापस आई और ना ही उसका बच्चा.. लिहाजा हादसे के अंदेशे में सुषमा के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस के की..
इधर बच्चे के गुम होने की खबर पर पुलिस अस्पताल में पहुची और मामले की तफ्तीश शुरू की सबसे पहले पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से सीसीटीव्ही फुटेज मांगे लेकिन सीसीटीव्ही खराब थी… वही अस्पताल की इस बड़ी लापरवाही के बाद भी अपनी गलती मानने की जगह मामले में सफाई दे रहा है..
वही पुलिस के मुताबिक गुम बच्चे को एक एक महिला ने अस्पताल वापस पहुचा दिया है.. दरअसल जो युवती बच्चे को ले गई थी उसी की माँ ने बच्चे को वापस पहुचाया है और उसने बताया की उसकी बेटी मानसिक विक्षिप्त है इस लिए ऐसी हरकत हुई है..
बहरहाल बच्चा सही सलामत वापस आ गया और मामले में आरोपी महिला जो के मानसिक विक्षिप्त होने के कारण पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है.. और गुम बालक अपने परिवार के पास सुरक्षित है.. लेकिन एक बार फिर होलीक्रास अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है..