मोहल्ले वासी कर रहे है कार्यवाही ना करने की मांग
अम्बिकापुर– अंबिकापुर का शहर का सिरमौर माना जाने वाला महामाया पहाड़ व उसकी तराई से कब्जा हटाने प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। दरअसल शहर में स्थित इस खूबसूरत और लाभदायक पहाड़ से जीवनदायनी पेड़ो की कटाई इतनी जोरो से हुई है की पहाड़ का प्राकृतिक सौन्दर्य नष्ट हो चुका है। इसकी वजह है पहाड़ पर कब्जा कर बनाए जा रहे घर। लेकिन सरगुजा जिला प्रशासन ने महामाया पहाड़ की तराई में बसे मोहल्ले नवागढ़, मझली तालाब, जेना तालाब और सद्भावना चौक से महाया मंदिर तक रोड के दोनों तरफ शासकीय भूमि पर काबिज लोगो को जिला प्रशासन ने नोटिस देकर तेन दिनों में कब्जा खाली करने को कहा है। तीन दिन में कब्जा ना हटाये जाने की स्थिति में इस कब्जे को प्रशासन द्वारा खुद हटाये जाने की बात कही गई है।
बहरहाल इस मामले में अगर पूरे शहर के पर्वारण बचाने की दृष्टी से देखा जाये तो निश्चित ही पहाड़ पर कब्जे से प्रकृति को नुक्सान हुआ है और नतीजन अपनी ठंड के लिए प्रसिद्द अम्बिकापुर आज तेज और भीषण गर्मी की मार झेल रहा है। तो वही दूसरी और शासकीय जमीन पर वर्षो से काबिज लोग बेघर होने की दुहाई दे रहे है। और प्रशासन से कब्जा ना हटाये जाने की मांग कर रहे है। इस सम्बन्ध में आज मोहल्ले वासियों ने सरगुजा कलेक्टर के नाम तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही को रोकने की मांग भी की है। बहरहाल अब प्रशासन के सामने जहां एक ओर महामाया पहाड़ के बचे हुए पर्यावरण को बचाने की चुनौती है तो वही हजारो परिवारों के घरो के उजड़ने का संकट भी सामने खडा है।
शासकीय जमीन पर है अतिक्रमण – तहसीलदार
इस मामले को लेकर जब तहसीलदार अम्बिकापुर रमेश मौर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा की यह शासकीय प्रक्रिया है, वहा पर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया गया है,जिसे हटाने के लिए नोटिस जारी कर तीन दिन का समय दिया गया है, अगर काबिज लोग खुद से ही कब्जा हटा लेते है तो ठीक है नहीं तो आगे प्रशासन नियामानुसार कार्यवाही करेगा।