अम्बिकापुर- अम्बिकापुर शिक्षा विभाग में महज चर्चा का विषय बन कर रह गए बर्तन घोटाले में अधिवक्ता डी के सोनी ने आरटीआई के तहत जानकारी निकाल कर मामले का खुलासा कर दिया है। इस जानकारी में 37 लाख 54 हजार रुपये के घोटाले और घटिया स्तर की खरीदी की बात समने आई है..जिसकी शिकायत सरगुजा कमिश्नर से करने के बाद कमिश्नर ने मामले की जांच करने के निर्देश दिए है।
अम्बिकापुर में छात्रावासों और स्कूलो में उपयोग किये जाने के लिए किचन डिवाइस सामग्री खरीदी करने के लिए मेसर्स मुरारी स्टील्स कानपुर को वर्क आर्डर दिया गया था लेकिन उक्त सप्लाई की राशी मुरारी स्टील्स के नाम से नहीं बल्की राजनांदगांव के शिवम इंटरप्राइजेज को बिल का भुगतान किया गया। और 37 लाख 54 हजार 508 रुपये का भुगतान कर घोटाला करने व घटिया स्तर की खरीदी कर शासन के राजस्व को नुकसान पहुचाये जाने की शिकायत अधिवक्ता डी.के.सोनी ने सरगुजा कमिश्नर से की है।
वही इस सम्बन्ध में उपायुक्त भी मान रहे है की आर टी आई की जानकारे के अनुसार तो गलत तरीके से भुगतान करने और घटिया स्तर की सामग्री की खरीदी तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी आर पी आदित्य के द्वारा किये जाने की बात सामने आई है..इस सम्बन्ध में कलेक्टर को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए है पूरी सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आ सकेगी।
बहरहाल जनवरी 2016 के इस मामले में तब से सूचना के अधिकार के तहत जानकरी मांगने के बाद भी जानकारी देने के लिए एक साल से अधिक समय शिक्षा विभाग ने जरूर लगा दिया लेकीन आखिर में विभाग को जानकारी देनी पडी और आरटीआई से मिली जानकारी में इस घोटाले का खुलासा हो सका..लेकिन देखना यह होगा की जांच के बाद इन लोगो पर कार्यवाही की गाज कब और कैसे गिरेगी।