- स्वास्थ विभाग के अधिकारियों पर ह्त्या करने के आरोप
- पुलिस पर हत्यारो को बचाए जाने के आरोप
- रामचंद्रपुर में स्वास्थ कार्यकर्ता की मौत का मामला
बलरामपुर
बलरामपुर जिले के उपस्वास्थ केंद्र गाजर में पदस्थ संगीता तिर्की की मौत के मामले में परिजनों ने संगीता की ह्त्या करने व हत्यारों को पुलिस द्वारा बचाए जाने का आरोप लगाया है.. इस सम्बन्ध में मृतिका की माँ बेरोनिका तिर्की अपनी मृत बेटी को इन्साफ दिलाने दर दर भटक रही है है लेकिन पुलीस उनको सिर्फ गुमराह कर रही है..मृतिका की माँ ने सरगुजा आई जी को भी इस सम्बन्ध में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाईं है और अपने शिकायत पत्र में बताया है की उनकी बेटी की मौत के एक दिन पहले उसका फोन आया था और वो फोन पर कही की उसके साथ काम करने वाले स्वास्थ विभाग के लोग उसके साथ कुछ भी कर सकते है जिस पर मृतिका की माँ ने उसे अम्बिकापुर घर वापस आने को कहा लेकिन दूसरे दिन संगीता घर तो नहीं आई बल्की एक फोन आया जिसमे बताया गया की संगीता फांसी लगा ली है..लिहाजा अनान फानन में परिजन रामानुजगंज पहचे और वहा जाकर देखा तो संगीता फांसी से लटकी हुई थी लेकिन संगीता की माँ का कहना है की उस वक्त संगीता के दोनों हाथ किसी ने तोड़ दिए हो ऐसा प्रतीत हो रहा था साथ ही उसके गुप्तांग और मुह से खून निकला था जिससे इस इस बात का शक हुआ की संगीता ने आत्म ह्त्या नहीं की है बल्की उसकी ह्त्या की गई है.
मृत संगीता की माँ ने वहा के बीएमओ सहित स्वास्थ विभाग के कई अन्य कर्मचारियों पर हत्या का शंदेह व्यक्त किया है साथ ही रामचंदरपुर पुलिस द्वारा आरोपियों को बचाए जाने की शाजिस का आरोप भी लगाया है..क्योकी आज दिनांक तक परिजनों को मृतिका की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट नहीं दिखाई गई है..वही मृतिका के पोस्टमार्टम के समय समाचार बनाने पहचे मीडिया कर्मियों को स्वास्थ विभाग द्वारा फोटो लेने से भी रोका गया था जो संगीता की मौत पर कई सवाल खड़े कर रहा है.
थाना प्रभारी रामचंद्रपुर
वही मामले की जांच कर रहे रामचंदरपुर थाना प्रभारी का कहना है की अभी जांच चल रही है कुछ भी कह पाना संभव नहीं है..हम लोग स्वास्थ विभाग के बीएमओ और मृतका की सभी पूर्व की पदास्थापना जहा थी वहा काम करने वाले उनके सह कर्मियों और परिजनों के बयान लेंगे उसके बाद ही क्रास चेक में मामले का खुलासा हो सकेगा