मुख्यमंत्री से कोरिया गणराज्य के राजदूत की सौजन्य मुलाकात


सिरपुर पर कोरियाई भाषा में प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन करेंगे मुख्यमंत्री
रायपुर, 03 जनवरी 2014

 

 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज शाम राजधानी रायपुर में उनके निवास पर कोरिया गणराज्य के भारत स्थित राजदूत श्री ली जुंग्यू ने सौजन्य मुलाकात की। कोरिया के राजदूत छत्तीसगढ़ सरकार के आमंत्रण पर सिरपुर में कल चार जनवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय नृत्य और संगीत समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आज रायपुर पहंुचे। उन्होंने डॉ. रमन सिंह से सौजन्य मुलाकात में उन्हें नये वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दी। डॉ. रमन सिंह ने भी अपनी ओर से और छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से कोरिया गणराज्य की जनता के प्रति शुभेच्छा प्रकट की। डॉ. सिंह ने उन्हें छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प पर आधारित स्मृति चिन्ह भेंट किया।
श्री जुंग्यू ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके दूतावास ने छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के आग्रह पर सिरपुर के बारे में कोरियाई भाषा में एक पुस्तिका भी प्रकाशित की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सिरपुर महोत्सव के शुभारंभ समारोह में इस पुस्तिका के विमोचन का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उनके आग्रह पर सहर्ष अपनी सहमति प्रदान कर दी। छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के प्रबंध संचालक श्री संतोष मिश्रा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कोरिया के राजदूत से चर्चा के दौरान कहा कि सिरपुर में बौद्ध संस्कृति के भी अनेक ऐतिहासिक अवशेष प्राप्त हुए हैं, जिन्हें राज्य शासन द्वारा संरक्षित किया गया है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कोरिया गणराज्य में बौद्ध संस्कृति के अमिट प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत आने वाले कोरियाई पर्यटकों को छत्तीसगढ़ के सिरपुर भ्रमण के लिए राज्य सरकार के पर्यटन मण्डल द्वारा हरसंभव सुविधा दी जाएगी।
राजदूत श्री जंुग्यू ने कहा कि कोरिया गणराज्य में काफी संख्या में बौद्ध धर्मावलम्बी निवास करते हैं। भगवान बुद्ध के समय से ही कोरिया और भारत के बीच सांस्कृतिक संबंध चले आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ का सिरपुर भी अपने प्राचीन बौद्ध स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है। वहां हो रहे उत्खनन में सिरपुर के इतिहास के अनेक नये तथ्य सामने आ रहे हैं, जिनसे यह मालूम होता है कि प्राचीन छत्तीसगढ़ में सत्य और अहिंसा पर आधारित भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन का अमिट प्रभाव रहा है। इसके अलावा सिरपुर शैव, वैष्णव और जैन मतों के सांस्कृतिक वैभव के लिए भी जाना जाता है। सिरपुर सामाजिक समरसता पर आधारित छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण सांस्कृतिक विरासत है। यह सर्वधर्म समभाव का प्रेरणा केन्द्र है।