अम्बिकापुर
वेतन विसंगति की मांग को लेकर शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्टाफ नर्सों ने काली पट्टी लगाकर अस्पताल के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध के एक दिन पूर्व नर्सों ने कॉलेज के डीन के साथ-साथ कलेक्टर को भी एक ज्ञापन सौंपा था।
सौंपे ज्ञापन में बताया गया था कि विभिन्न राज्यों में स्टाफ को मिलने वाले वेतनमान की तुलना में वहां की अपेक्षा उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। जबकि उनसे ज्यादा काम लिया जा रहा है। नर्सों ने बताया कि उनसे रात्रिकालीन ड्यूटी कराई जाती है। इसके अलावा बताया कि दिल्ली, केरल, मणीपुर, उत्तरप्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, सिक्किम, झारखण्ड, तमिलनाडू, हरियाणा में यहां से अधिक वेतन दिया जाता है। नर्सों ने मांग की है कि उन्हें भी रात्रिकालीन ड्यूटी हेतु जोखिम भत्ता दिया जाये। स्टाफ नर्सों ने बताया कि डीएमई द्वारा वर्ष 2008 में की गई थी। इस दौरान स्टाफ नर्सों को कहा गया था कि नियमानुसार 5 वर्ष में उन्हें पदोन्नति दी जायेगी, लेकिन आज तक उन्हें कोई पदोन्नति नहीं दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान स्टाफ नर्सों को तीन व चार वेतनमान दिया जाना चाहिये। इसके साथ ही नर्सों को हॉस्पिटल के पास ही आवासीय सुविधा दिये जाने की मांग की है। इसी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुये आज शुक्रवार को नर्सों ने काली पट्टी लगाकर काम किया व बताया है कि 5 दिसम्बर तक काली पटटी लगाकर काम करेंगे। 5 दिसम्बर के बाद विरोध का स्वरूप क्या होगा, इसकी रणनीति आगे बैठक में सभी की सहमति से तय होगी।