शिक्षा का स्तर सुधारने कलेक्टर ने अधिकारियों संग की समीक्षा..!

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए बेहतर कार्ययोजना जरूरी-कलेक्टर 

प्राचार्य को हो प्रत्येक विद्यार्थी के उज्जवल भविष्य की चिन्ता  

अम्बिकापुर

कलेक्टर भीम सिंह की अध्यक्षता में ‘‘षिक्षा गुणवत्ता’’ विषय पर आज जिला पंचायत कार्यालय अम्बिकापुर के सभाकक्ष में विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्रोत समन्वयक तथा हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्यो की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले के हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में षिक्षकों की उपलब्धता तथा परीक्षा परिणामों की समीक्षा की गई।

कलेक्टर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा सभी विद्यालयों में आवष्यकतानुसार संबंधित विषय के षिक्षकों की पदस्थापना की जा रही है। एक सप्ताह के भीतर षिक्षक पंचायतों की भर्ती एवं पदोन्नति तथा विद्या मितान से रिक्त पदों पर पदस्थापना कर दी जायेगी। उन्होंने हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के परीक्षा परिणामों एवं उपलब्ध षिक्षकों की समीक्षा करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण षिक्षा के लिए षिक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता के साथ ही प्राचार्य द्वारा बेहतर षिक्षण कार्य योजना जरूरी है। कई बार यह देखा गया है कि विद्यालय में जिन विषयों के षिक्षक उपलब्ध नहीं है, उसका षिक्षण विद्यालय में ही पदस्थ अन्य स्टॉफ करने में सक्षम होते हैं। कुछ प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में भी ऐसे षिक्षक पदस्थ होते हैं, जो दसवीं एवं बारहवीं की कक्षा में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषयों का बेहतर अध्यापन कर सकते है। कलेक्टर ने कहा कि हमें अपने आसपास के षिक्षक-षिक्षिकाओं की शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी हासिल करनी चाहिए तथा आवष्यकता एवं बेहतर समन्वय से ऐसे षिक्षकों से संबंधित विषय का अध्यापन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि प्राचार्य विद्यार्थियों के लिए बेहतर षिक्षण कार्य योजना बनाकर उस पर अमल करेंगे, तो निष्चित ही परीक्षा परिणाम उत्कृष्ठ होगा तथा बच्चों का भविष्य भी उज्जवल होगा। कलेक्टर ने प्राचार्यो को  आगामी बैठक में बेहतर षिक्षण कार्य योजना के साथ उपस्थित होने के निर्देष दिये हैं।

शिक्षण सीडी का उपयोग

जिले में अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान विषय के षिक्षकों की कमी को दृष्टिगत रखकर ‘‘प्रज्ञा’’ द्वारा उन विषयों की षिक्षण सीडी उपलब्ध कराई गई है। कलेक्टर ने इन विषयों के षिक्षण सीडी को एक सप्ताह के भीतर सभी विद्यालयों में उपलब्ध कराने के निर्देष दिये हैं। उन्होंने बताया है कि संबंधित विषय के षिक्षक उपलब्ध नहीं होने पर इन षिक्षण सीडी का उपयोग किया जा सकता है।

प्राचार्या ने बताये अपने अनुभव

जिन विद्यालयों में अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान के षिक्षक नहीं है, उन विद्यालयों के भी बेहतर परीक्षा परिणाम होने पर प्राचार्यो ने अपने षिक्षण कार्य योजना के संबंध में जानकारी दी। प्राचार्यो ने बताया कि गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषय के षिक्षक नहीं होने के बावजूद उन्होंने कुछ विद्यालयीन स्टॉफ का चिन्हांकन इन विषयों के अध्यापन के लिए कर लिया। चिन्हांकित स्टॉफ द्वारा पाठ्यक्रम को पढ़ और समझकर बच्चों को पढ़ाया गया। कलेक्टर ने कहा कि बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए विषयवार षिक्षकों की उपलब्धता तो जरूरी है ही किन्तु प्राचार्य और षिक्षकों का विद्यार्थियों के प्रति प्रेम उनके भविष्य की चिंता करते हुए आवष्यकतानुसार षिक्षण के लिए समर्पित होना भी महत्वपूर्ण हैं। जिन षिक्षकों ने विद्यार्थियों के अच्छे भविष्य के लिए प्रभावी षिक्षण उपलब्ध कराया- उन विद्यालयों के परीक्षा परिणाम षिक्षकों के कमी के बावजूद उत्कृष्ठ हैं। कुछ ऐसे विद्यालय भी है, जहां सभी विषयों के षिक्षक उपलब्ध है किन्तु परीक्षा परिणाम निराषाजनक है।

आत्मावलोकन की आवष्यकता

श्री सिंह ने प्राचार्य एवं षिक्षकों से कहा कि बच्चे देष के भविष्य निर्माता हैं और बच्चों का भविष्य शिक्षकों पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई शिक्षक विद्यालय तो जाता है, किन्तु अध्यापन नहीं करता तो उसे आत्मावलोकन करते हुए अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने दायित्वों के बेहतर निर्वहन के लिए प्रतिबद्ध होना होगा।

 बेहतर परीक्षा परिणाम हो लक्ष्य

कलेक्टर ने षिक्षा अधिकारियों एवं प्राचार्यो से कहा कि जिले के हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के परीक्षा परिणाम का लक्ष्य प्रारंभ से ही उच्च रखना होगा, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी प्रथम श्रेणी एवं न्यूनतम द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हो। उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास हो की कोई भी विद्यार्थी अत्यंत कम नंबरों से उत्तीर्ण न हो।

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