एनआईए अब उरी हमले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एनआईए, आतंकियों से बरामद सामान की मदद ले रही है। आतंकियों के पास से जो जीपीएस बरामद हुआ था उससे भी साजिश की परतें खोली जा सकेंगी। इससे ये भी पता चल जाएगा कि आतंकी किस रास्ते से भारत में दाखिल हुए थे।
– एनआईए आतंकियों के पास से बरामद सामान की जांच कर रही है।
– छह सदस्यीय एनआईए की टीम में महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक स्तर का एक अधिकारी शामिल है।
– जैश ए मोहम्मद के चार आतंकवादियों से हथियारों के अलावा दो मोबाइल और दो जीपीएस बरामद हुए थे।
– एनआईए सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सीमा पर रेडियो पर पकड़ी गई बातचीत का भी अध्ययन करेगी।
– यह भी पता लगाया जाएगा कि क्या स्थानीय स्तर पर आतंकियों को सहयोग मिला है।
– एनआईए की यह टीम चारों आतंकवादियों के डीएनए के नमूने लेगी।
– चारों आतंकवादियों की पहचान साबित होते ही पाकिस्तान को घेरा जाएगा।
– अभी तक की जांच के मुताबिक आतंकवादी इलाके में हमले से एक दिन पहले घुसे थे।