अम्बिकापुर
जिले के मैनपाट विकासखण्ड अंतर्गत दूरस्थ ग्राम पंचायत असगंवा और आस पास के गांवो में पिछले एक पखवाड़े से उल्टी-दस्त के फैले प्रकोप से 9 लोगों की मौत हो चुकी है । पिछले 15 दिन पहले उल्टी दस्त और बुखार से शुरु हुआ मौत का सिलसिला अब भी जारी है। वैसे गांव पिछले दो दिनो से गांव मे कैंप लगाकर स्वास्थ अमले प्रभावित ग्रामीणो का इलाज जरुर कर रहा है लेकिन स्वास्थ विभाग द्वारा ये प्रयास प्रकोप फैलने के बाद किया जा रहा है। इधर गुरुवार को मैनपाठ के प्रभावित पंचायत असगंवा का सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने दौरा किया और गांव मे स्वच्छता रखने के लिए अधिकारियो को निर्देश भी दिया।
मैनपाट के ग्राम पंचायत असगंवा के मझवार ,पैगा और कुदारीडीह मे पिछले 15-16 दिनो मे अब तक 9 लोगो की मौत के बाद स्वास्थ महकमे मे हडकंप मचा हुआ है। कल तक उल्टी-दस्त , बुखार से जंहा 7 लोगो की मौत हुई थी वही आज पैगा गांव की महिला मंगलीबाई और असगंवा की रहने वाली रुपनी सुखदेव की मौत के बाद ये आकडा बढकर 9 हो गया है। लगातार हो रही मौत और बिमारी के प्रकोप को देखते हुए गुरुवार को सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने प्रभावित गांव का दौरा किया । उनसे साथ प्रभारी सीएमएचओ एन के पाण्डेय, एसडीएम श्री पाण्डेय भी स्वास्थ अमले के साथ गांव पंहुचे। वंहा पंहुचकर कलेक्टर ने चौपाल लगाकर गांव वालो को अपने अपने घरो मे स्वच्छ रखने की समझाईस दी और बरसात मे जंगली पूटू और खुखडी जैसे खाद्य प्रदार्श का सेवन ना करने की समझाईस भी दी। इतना ही नही कलेक्टर ने चौपाल के माध्यम से गांव वालो की समस्या जानने का प्रयास भी किया। इसके बाद कलेक्टर ने गांव मे लगाए गए अस्थाई स्वास्थ कैंप का निरीक्षण किया और दवाईयो के साथ व्यवस्थाओ का जायजा लिया। जानकरी के मुताबिक बरसात के दिनो मे जंगली खुखडी और पूटू खाने से पनप रही बिमारी से बचने के लिए कलेक्टर ने गांव मे आगामी 15 दिनो तक पंचायत के माध्यम से दाल-चावल बनावाकर गांव वालो को खिलाने के निर्देश भी दिए है।
फर्श पर लिटाकर हो रहा है इलाज
बरसात के दिनो मे मैनपाट के असगंवा मे फैली मौत की बिमारी के बाद गांव मे स्वास्थ कैंप लगाया गया है और गांव मे साफ सफाई के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए है। लेकिन ऐसे मे गांव मे बनाए गए अस्थाई स्वास्थ शिविर मे बीमार गांवो वालो का इलाज जमीन पर लिटाकर किया जा रहा है। चूंकि मौसम बरसात का है गांव मे जहरीले सांप और कीडे मौकडो के निकलने की संभावना हर समय बनी रहती है। ऐसे मे ग्रामीणो का जमीन मे लिटाकर इलाज करना कितना जायज है ये समझ से परे है।
अब तक जिन लोगो की हुई मौत
अम्बिकापुर मैनपाट में हैजा , बुखार से मृतको की संख्या 9 हो गई है । जिसमे असगंवा पंचायत मे रहने वाले मझवार जाति के तकदीर पिता सोमार 32 वर्ष, घोलटू पिता लक्षन 60 वर्ष, गुड्डी पिता रामचरण 1 वर्ष,टोपी पिता लोरा 65 वर्ष, बट्टू पिता रुरहा 62 वर्ष, तो वही पनिका जाति के मंगेश्वर दास पिता भैसा दास उम्र 38 वर्ष, के साथ ही मैनपाठ की ही कुदारीडीह गांव की धनवंती यादव 45 वर्ष की अब तक मौत हो गई है। वही कल रात असगंवा से लगे पैगा गांव की महिला मंगलीबाई और असगंवा की ही रहने वाली रुपनी सुखदेव की मौत हो गई है।
भीम सिंह , कलेक्टर , सरगुजा
मैनपाट के दो प्रभावित गांवो का दौरा किया हूं , स्थिती नियंत्रण है , उन्होने पिछले दो तीन दिनो का जिक्र करते हुए कहा कि दो तीन दिनो मे 2-3 ग्रामीण की मौत हुई है, लेकिन उनकी मौत उल्टी दस्त से ना होकर अलग अलग कारणो से हुई है। क्षेत्र मे एक स्वास्थ व्यवस्थाओ की बेहतरी से लिए एक विशेष टीम तैनात कर दी गई है। ग्रामीणो को साफ सुथरा रहने एंव साफ खाद्य प्रदार्थ और पानी पीने की सलाह दी गई है। उन्होने कहा गांव मे पीने के पानी की समस्या नही है फिर भी ग्रामीणो की मांग पर एक नया हैण्डपंप उत्खन्न का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही ग्रामीणो को 10-15 दिन तक जंगली खाद्य प्रदार्थ खुखडी पुटू नही खाने