
धमतरी। रजिस्ट्री के सर्किल रेट और स्टांप शुल्क में की गई भारी बढ़ोतरी से नाराज जमीन कारोबारी सरकार के खिलाफ खुलकर सड़कों पर उतर आए हैं। धमतरी के गांधी मैदान में पिछले पांच दिनों से जमीन कारोबारी संघर्ष समिति का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। गुरुवार पांच दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने थाली बजाकर और काला झंडा लहराकर विरोध दर्ज कराया, ताकि सरकार तक उनकी आवाज और जोरदार ढंग से पहुंच सके।
समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा रजिस्ट्री दरों में अचानक की गई बढ़ोतरी आम जनता पर सीधा आर्थिक बोझ है। जमीन कारोबारी संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी रोमी सावलानी, ठाकुर कुंदन साहू और गुड्डा साहेब ने कहा कि कर्ज, महंगाई और बढ़ते खर्चों के बीच लोगों पर और भार डालना उचित नहीं है। उनकी मांग है कि बढ़ाई गई गाइडलाइन तत्काल वापस ली जाए, क्योंकि इससे किसान, मजदूर, मध्यमवर्गीय परिवार और आवास बनाने का सपना देखने वाले लोग बेहद परेशान हैं। भूमि और भवन पंजीयन की लागत बढ़ने से कारोबार प्रभावित हो रहा है और रियल एस्टेट सेक्टर भी संकट की स्थिति में पहुंच सकता है।
धरना स्थल पर संरक्षक अशोक मुंजवानी, प्रकाश चिमनानी, वरिष्ठ सलाहकार सुनील लुनावत, अध्यक्ष रितुराज पवार, उपाध्यक्ष दिलीप सुंदरानी, नरेंद्र साहू, कोषाध्यक्ष नरेश समनानी, सचिव राकेश राखेचा, महासचिव सत्तू मुंजवानी, भागी निषाद समेत बड़ी संख्या में जमीन कारोबारी मौजूद रहे।
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