
धमतरी। स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गरीब मरीजों को मुफ्त उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लागू आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई एवं शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना की आड़ में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के खुलासे के बाद धमतरी स्थित सिद्धि विनायक न्यू बोर्न एंड चाइल्ड हॉस्पिटल पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा 2 नवंबर को जारी आदेश के तहत अस्पताल का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया है।
जिले के सीएमएचओ डॉ. यूएल कौशिक ने बताया कि उप सचिव, छत्तीसगढ़ शासन के पत्र के आधार पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को अस्पताल में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद राज्य स्तरीय टीम ने औचक निरीक्षण किया। जांच में सामने आए तथ्य चौंकाने वाले थे। आयुष्मान योजना के तहत उपलब्ध दवाइयों के बावजूद मरीजों से अतिरिक्त पैसे की वसूली, अन्य अस्पतालों से सांठगांठ कर अपने यहां भर्ती करवाना, नकद भुगतान करने पर जल्द छुट्टी देने तथा योजना में भर्ती होने पर अनावश्यक विलंब जैसी शिकायतें पुष्टि के साथ दर्ज की गईं। नर्सिंग होम एक्ट के उल्लंघन, स्वीकृत 30 बेड क्षमता से अधिक 33 मरीज भर्ती करने, वाइडल टेस्ट नेगेटिव आने पर भी टायफाइड बताकर भर्ती करने और जनरल वार्ड के उपकरणों की स्टेरिलिटी पर गंभीर लापरवाही पाई गई।
बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों को ताक पर रखते हुए अस्पताल में वायु एवं जल प्रदूषण नियंत्रण की अनिवार्य एनओसी नहीं थी, जबकि फायर विभाग का प्रमाण पत्र भी अवधि से पार हो चुका था। निरीक्षण के दौरान केवल एक डॉक्टर की मौजूदगी मिली, जबकि दूसरे डॉक्टर की लंबे समय से अनुपस्थिति दर्ज की गई। मरीजों के आईपीडी दस्तावेज भी उपलब्ध कराए जाने में अस्पताल प्रबंधन की ओर से टालमटोल दिखाई दी। अस्पताल से प्राप्त स्पष्टीकरण को स्वास्थ्य विभाग ने असंतोषजनक और अस्वीकार्य माना।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि आयुष्मान योजना का लक्ष्य आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और पूर्णत: निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। ऐसे में मुसिबत के समय इलाज के नाम पर अतिरिक्त पैसे वसूलना और धोखाधड़ी करना न केवल अमानवीय है, बल्कि योजना के दिशा-निर्देशों और अनुबंध का गंभीर उल्लंघन भी है। इन्हीं वजहों से सिद्धि विनायक न्यू बोर्न एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया है।
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