दस्त नियंत्रण पखवाड़े का पहला दिन और सरगुजा में दस्त से चार की मौत…

अम्बिकापुर 

“दीपक सराठे”

दस्त नियंत्रण पखवाड़े के पहले दिन उल्टी-दस्त से दो की मौत

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा बरसात के मौसम को देखते हुये आज 11 जुलाई से शुरू किये गये दस्त नियंत्रण पखवाड़े के पहले दिन ही अम्बिकापुर के बकिरमा मे उल्टी दस्त से दो व बलरामपुर के ढोढ़ी में दो लोगो की मौत के बाद अब सरगुजा में उल्टी दस्त से मरने वालो की संख्या चार हो चुकी है,, जिसमे बकिरमा निवासी 22 वर्षीय पिन्की की मृत्यु घर पर ही हो गई तथा 24 वर्षीय मानमति को गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल लाया गया, किन्तु उसे भी नहीं बचाया जा सका। वही बकिरमा गांव के रामप्रसाद की 16 वर्षीय पुत्री आषा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्राम की ही 40 वर्षीय कमला को पेट दर्द की शिकायत होने पर स्वास्थ्य शिविर में इलाज किया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के अन्य लोगों को बस्ती में बीमारी की सूचना प्राप्त नहीं हो सकी, जिसके कारण बारह घण्टे के भीतर ही मरीजों की स्थिति अत्यंत गंभीर होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। कलेक्टर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मृतकों के परिवार को 5-5 हजार रूपए की सहायता राषि प्रदान की गई है तथा जनपद सीईओ श्री बी.के.अग्रवाल को राष्ट्रीय परिवार सहायता राषि उपलब्ध कराने की बात कही है,,

वही बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के वाड्रफनगर विकासखण्ड के ढोढी पंचायत के खुटरापारा में उल्टी-दस्त से एक महिला व एक ग्रामीण की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। उक्त ग्राम के 10 और लोग प्रभावित हैं जिसमें 6 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। दो लोगों को अम्बिकापुर जिला अस्पताल रिफर किया गया है। शेष सभी पीडितों का उपचार वाड्रफनगर स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। चिकित्सकों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि दूषित जल पीने से ग्रामीण उल्टी-दस्त के प्रकोप में आये हैं। पीडित लोगों द्वारा बताया गया कि उनके ग्राम में हैण्डपम्प नहीं है, जिसके कारण वे ढोढी का पानी पीने मजबूर हैं। दो दिनों में उल्टी-दस्त से दो की मौत और दर्जन भर लोगों के प्रभावित होने की खबर पर प्रशासन में हड़कंप मच गया है। प्रशासन द्वारा आनन-फानन में चिकित्सकों की एक टीम को ढोढ़ी पंचायत के खुटरापारा के लिये रवाना कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक खुटरापारा में गत शनिवार को 70 वर्षीय महिला समरिया पति रामचंदर की उल्टी-दस्त से मौत हो गई थी। रविवार को उसी ग्राम के रामवृक्ष उम्र 90 वर्ष की भी उल्टी-दस्त से मौत होना सामने आया है। ग्राम के एक दर्जन लोग उल्टी-दस्त से प्रभावित हैं। जिनका उपचार वाड्रफनगर स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। गृहमंत्री राम सेवक पैकरा के विधानसभा क्षेत्र में उल्टी-दस्त से मौत होने का सिलसिला व इससे कई लोगों के