मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ने विकास की दौड़ में लगायी लम्बी छलांग : डॉ. रमन सिंह
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आज मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने वहां मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि विगत एक दशक में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ने विकास की दौड़ में एक लम्बी छलांग लगायी है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और जनसम्पर्क तथा ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह और ओ एस डी श्री विक्रम सिसोदिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
डॉ. रमन सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में वहां हो रहे विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें विधानसभा के आम चुनाव में भारी बहुमत से सरकार बनाने के लिए जनादेश मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। डॉ. सिंह ने मध्यप्रदेश की जनता को भी छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से बधाई दी। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन और क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने के उद्देश्य से 13 वर्ष पहले जिन तीन राज्यों का निर्माण किया था, छत्तीसगढ़ उनमें से एक हैं। मध्यप्रदेश को पुनर्गठित कर छत्तीसगढ़ बनाया गया है। दो अलग-अलग राज्य होने के बावजूद छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच सैकड़ों वर्ष पुराने ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध आज भी कायम है और हमेशा कायम रहेंगे। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के साथ ही झारखंड और उत्तराखंड राज्यों का निर्माण हुआ। ये दोनों राज्य भी विकास की राह पर हैं, लेकिन राजनीतिक स्थिरता की कमी होने के कारण वहां विकास की गति अपेक्षाकृत धीमी है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रांची में आयोजित एक विशाल जनसभा में देश के तीनों नये राज्यों में विकास की दृष्टि से छत्तीसगढ़ का उल्लेख सर्वाधिक तेज गति से विकसित होते राज्य के रूप में किया है और श्री मोदी ने इसका श्रेय छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिरता को दिया है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आम चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व होता है। इसमें आम जनता के बीच जाकर उनका विश्वास जीतने की चुनौती भी होती है। मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकारों ने तीसरी बार भी जनता का विश्वास जीतने में कामयाबी हासिल की है और हमें अपने-अपने राज्यों की एक बार फिर सेवा करने का अवसर मिला है। छत्तीसगढ़ की जनता ने हमें लगातार यह बताया और सीखाया है कि जनता की पंसद की योजनाएं कैसे बनायी और चलायी जाती है। हमारी जिन लोकप्रिय योजनाओं को जनता का भारी समर्थन मिला, उनमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लाखों गरीबों के लिए बनाया गया देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून भी है। इसके अलावा हमने किसानों और महिलाओं के सशक्तिकरण की योजनाएं बनायी। खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर राशन कार्ड घर की वरिष्ठ महिला के नाम जारी करने का प्रावधान किया। किसानों को धान पर बोनस देने की शुरूआत की। पिछले खरीफ में 270 रूपए प्रति क्विंटल की दर से हमने उन्हें बोनस दिया और इस वर्ष 300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से उन्हें बोनस मिलेगा। छत्तीसगढ़ देश का अकेला राज्य है, जो अपने किसानों को धान पर बोनस दे रहा है। हम अपने किसानों का धान समर्थन मूल्य नीति के तहत खरीद रहे हैं। नया रायपुर के रूप में छत्तीसगढ़ 21वीं सदी के भारत का पहला सुव्यवस्थित शहर बना रहा है। इसका निर्माण आठ हजार हेक्टेयर के रकबे में किया जा रहा है। नया रायपुर में छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रालय ने और अन्य प्रमुख राज्य स्तरीय दफ्तरों ने विधिवत काम-काज शुरू कर दिया है।
डॉ. रमन सिंह ने पत्रकारों को यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार ने इस बार के विधानसभा चुनाव में जारी अपने घोषणा पत्र पर सरकार बनने के बाद तेजी से अमल करने की शुरूआत कर दी है। उन्होंने बताया कि घोषणा पत्र में हमने किसानों को धान का प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य 2100 रूपए दिलाने के लिए पहल करने का वायदा किया है। मैंने 12 दिसम्बर को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद इसके लिए पहल करते हुए प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर आग्रह किया। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस पर जरूर गौर करेंगे। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि घोषणा पत्र के प्रावधानों के अनुरूप हमने छत्तीसगढ़ में 17 लाख से अधिक खेतिहर मजदूरों के लिए अटल जीवन बीमा योजना की शुरूआत कर दी है। श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन ‘सुशासन दिवस’ पर 25 दिसम्बर से इसका शुभारंभ हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत महिला समूहों को स्कूली बच्चों की मध्यान्ह भोजन व्यवस्था की और उनके लिए गणवेश सिलाई और वितरण व्यवस्था तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूरक पोषण आहर की व्यवस्था सौंपने का निर्णय लिया है। इसके आदेश भी जारी हो चुके हैं। लगभग 70 हजार महिला समूहों की आठ लाख से ज्यादा सदस्यों का इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल हिंसा का दृढ़ता से मुकाबला कर रही है। यह एक राष्ट्रीय समस्या है और देश के सभी नक्सल पीड़ित राज्यों को साथ लेकर केन्द्र सरकार अगर एक समन्वित कार्य-योजना के साथ काम करें तो हम सब मिलकर नक्सलवाद को जल्द से जल्द जड़ से समाप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा बलों के जवान नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में जनता के सहयोग से बहादुरी के साथ इसका मुकाबला कर रहे हैं। सरगुजा अंचल में यह समस्या लगभग समाप्त हो गई है और बस्तर इलाके में भी बहुत जल्द नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा।