
बलरामपुर..कृषि मंत्री रामविचार नेताम की पहल पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव ने देर रात बलरामपुर ब्लाक के बुधुडीह में निर्मित साकेत्वा बांध में अत्यधिक जल भराव की ग्रामीणों से मिली जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे थे..और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बांध का अवलोकन किया..इसके साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने फौरी तौर राहत कार्य शुरू किया..
दो दिनों से हुई बारिश से जिले के नदी नाले उफान पर है..ऐसे में किसानों की समस्याएं एक बार फिर बढ़ गई..वह इसलिए क्योंकि नदी -नालों के आसपास स्थित खेतों के डूबने का संकट गहरा गया है..ऐसे में तकनीकी टीमों के साथ पानी निकासी पर ध्यान नहीं दिया गया..तो फसल चौपट होने की आशंका बढ़ जाती है!..जिसको देखते हुए…मंत्री रामविचार नेताम के निर्देश पर नदी -नालों के बढ़ते जलस्तर और डुबान प्रभावित क्षेत्रों पर निगरानी रखी जा रही है..ताकि किसी अप्रिय स्थिति के निर्मित होने से पहले ही निपटा जा सके..
वही पर्यटन स्थल के रूप पहचाने जाने वाले पवई वॉटर फॉल में बाढ़ आने की वजह से बुधुडीह में सिंचाई के उद्देश्य से बनाए गए साकेत्वा बांध का जलस्तर अचानक बढ़ा था..जिसकी जानकारी ने ग्रामीणों ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव को दी थी..जिसके बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने कृषि मंत्री रामविचार नेताम को इस संबंध में अवगत कराते हुए..देर रात मौके पर पहुंचे थे..और कृषि मंत्री की पहल पर देर रात ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बांध का जलस्तर कम करने फौरी तौर पर काम शुरू किया..तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली..
बहरहाल देर रात मंत्री रामविचार नेताम के पहल पर मिट्टी से निर्मित बांध को बहने से बचा लिया गया है..और प्रशासन की तत्परता ने किसानों के चेहरों पर लगभग सौ एकड़ की फसल के तबाह होने की मायूसी को मुस्कान के रूप तब्दील कर दिया है!.